जान से खिलवाड़.. कोरोना संकट के बीच तंबाकू उत्पादों का धड़ल्ले से हो रहा कारोबार.. पड़ोसी जिलों में भी पहुंचा माल

अम्बिकापुर..(पारसनाथ सिंह)..सरगुजा जिले मे लॉक डाउन के दौरान कुछ ऐसे उत्पाद की बिक्री धड़ल्ले से जारी है. जिस पर केन्द्र ही नहीं राज्य शासन ने भी कड़ाई से प्रतिबंध लगाया है. इनमे सबसॆ ज्यादा तंबाकूयुक्त वो प्रदार्थ हैं. जिसको खाने और पीने वालों को तो गुटखा, सिगरेट आसानी से उपलब्ध है. पर प्रशासन और पुलिस इस प्रतिबंधित सांमग्री की बिक्री से अंजान बनने की कोशिश कर रहा है.

अम्बिकापुर इन दिनों शहर और आस पास के उन संस्थानों मे गुटखा, सिगरेट खपाने के लिए महफूज ठिकाना बन गया है. खाद्य सामाग्री की दुकान खोलकर ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर मे मनमाने दामों मे गुटखा और सिगरेट की बिक्री करने वालों की तादाद शहर और जिले मे अच्छी खासी है. लेकिन जानकारी ये है कि गुटखा, पान मसाला और सिगरेट का खुदरा व्यापार करने वालों को शहर के दो तीन बडे व्यापारी कोरियर ब्वाय के माध्यम से किराना दुकानों मे माल खपा रहे हैं. ऐसा नहीं है कि गुटखा सिगरेट निर्धारित कीमत पर बिक रहा है. बल्कि गुटखा सिगरेट के आदी इसे बिक्री रेट से दोगुना कीमत तक मे खरीदने को मजबूर है.

वैसे गुटका बेचने और खाने वाले दोनो पर फिलहाल प्रशासन नियमों के मुताबिक कार्रवाई कर सकता है. पर जब लोगो को आसानी से उनके घर के बाजू के राशन दुकान मे गुटखा सिगरेट मिल जा रहा है तो भला फिर उसके आदी उसे किसी भी कीमत मे खरीदकर खाने से कैसे गुरेज कर सकते हैं. बहरहाल इस मसले को लेकर जब हमने जिला प्रशासन के अधिकारियों से बात की. तो वो इस तरह गुटका सिगरेट की बिक्री को सिरे से नकारते नजर आए.

जानकारी के मुताबिक सरगुजा संभाग मुख्यालय अम्बिकापुर मे गुटखा, सिगरेट के तीन बडे व्यापारी अब तक लाखों रूपए का गुटखा सिगरेट बाजार मे खपा चुके हैं. जिनका माल पड़ोसी जिलों तक भी पहुंच चुका है. बहरहाल कोरोना संकट के दौर मे अगर इसी तरह गुटखा सिगरेट का फिलहाल प्रतिबंधित व्यापार फलता फूलता रहा तो. फिर किसी भी संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है.