सरगुज़ा : बारात आने पर भैसों की तरह कीचड़ में नाचते है यहां के लोग… तोते की निकाली जाती है आवाज़ … देखिए Video

अम्बिकापुर। शादी, पिकनिक हो या कोई पारिवारिक समारोह.. ऐसे आयोजनों में नाच-गाने की व्यवस्था हो तो कार्यक्रम की रौनक के साथ खुशियां और बढ़ जाती है.. लेकिन इस आधुनिकता के दौर में इंसान शोर-शराबे वाली पार्टियों की ओर ज्यादा आकर्षित होता है। और यही वजह है की अब शहर के बाद गांव में भी पुरानी रीति-रिवाजों में बदलाव देखने को मिलता है। लेकिन छत्तीसगढ़ के शिमला कहे जाने वाले मैनपाट इलाक़े में एक समुदाय आज भी अपनी अनूठी परंपरा को जीवित रखा हुआ है। जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।

सरगुज़ा के प्रमुख पर्यटन स्थल मैनपाट के आसपास बसे माझी समुदाय के लोग आज भी शादियों के दौरान समाज के अनूठी परंपरा का निर्वहन कर करते चले आ रहे है। दरअसल, माझी समुदाय के भैंसा गोत्र के घर शादियों में बारात आने पर भैंसे की तरह कीचड़ में डांस कर बारात का स्वागत किया जाता है। इस दौरान का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। जिसमे युवाओं का समूह बैंड धून पर भैंसे की तरह कीचड़ पर गिरकर डांस करता नजर आ रहा है।

बताया जाता है की माझी समुदाय के भैंसा गोत्र के अलावा तोता गोत्र वालों के घर बारात आने पर तोते की आवाज निकाली जाती है.. और बारात का स्वागत किया जाता है। अपनी सामाजिक रीति-रिवाजों से अलग पहचान रखने वाला माझी समुदाय की यह अनूठी परंपरा हर जगह चर्चा का विषय बना हुआ है।

बहरहाल, सरगुज़ा के खूबसूरती का केंद्र मैनपाट के साथ-साथ.. यहां बसने वाले माझी समुदाय द्वारा कीचड़ में नाचकर बारात का स्वागत करने की यह अनूठी परंपरा लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने का काम करेगी।

देखिए वीडियो-