राष्ट्रपिता गांधी की प्रतिमा चबूतरे से आई सड़क पर.. अब कैसे मनेगा स्वतन्त्रता दिवस

राजपुर (पूरन देवांगन) बुधवार को सुबह नगर के मुख्य चौराहे पर स्थापित गांधी प्रतिमा के पूरी तरह से क्षति ग्रस्त होने की खबर लगते नगर में सनसनी फैल गई।लोग गांधी प्रतिमा के हुए क्षति को लेकर तरह तरह के कयास लगाए जा रहे थे।परंतु जैसे ही लोगो को पता चला कि गांधी के प्रतिमा को किसी असमाजिक तत्वों ने नही बल्कि किसी वाहन ने क्षति पहुचाई है तब जाकर लोगो ने राहत की सांस ली।पुलिस ने गांधी प्रतिमा को नुकसान पहुचने वाले ट्रक को जप्त कर लिया है।
नगर वासी जब सुबह उठे तो देखा कि नगर के मुख्य चौराहे पर स्थित गांधी के प्रतिमा को पूरी तरह से किसी ने क्षति ग्रस्त कर दिया है।देखते ही देखते यह खबर पूरे नगर में आग की तरह फैल गई।लोगो ने प्रतिमा के तोड़े जाने को लेकर तरह तरह के कयास लगाए जाने लगे थे।पर जब लोगो को जानकारी लगी कि किसी वाहन ने क्षति पहुचाई है तब जाकर लोगो ने राहत की सांस ली।राजपुर थाना प्रभारी किशोर केवट ने बताया कि  ट्रक क्रमांक JH 19 A 5679 के चालक शोर जिला गढ़वा निवासी सूरजदेव विश्वकर्मा पिता परमानंद विश्वकर्मा 27 वर्ष रात के करीब दो बजे के लगभग गढ़वा से सामरी बाक्साइड लोड करने जा रहा था।तभी नगर के गांधी चौक पर कुसमी रोड जाने के समय वाहन को मोड़ते वक्त चालक का नियंत्रण वाहन पर से हट गया और वाहन सीधे चबूतरे एवं गांधी प्रतिमा सहित रेलिंग को तोड़ते हुए फरार हो गया।घटना की जानकारी लगते ही गश्त कर रहे पुलिस के अश्वनी सिंह,प्रबोध मिंज,एवं नीरज सिंह ने वाहन को दौड़ा कर राजपुर शंकरगढ़ सिमा के पास पकड़ा जिसके बाद उसे थाने ले आई है।वहीँ मामले में नगर पंचायत विभाग द्वारा शिकायत किये जाने के बाद पुलिस ने ट्रक चालक के खिलाफ धारा 279,427 के तहत मामला पंजीबद्ध किया है।

पुलिस करती रही रिपोर्ट का इंतजार

गांधी प्रतिमा के क्षतिग्रस्त होने की घटना के बाद पुलिस बड़ी असमंजस में पड़ी रही।विभाग द्वारा क्षति होने की जानकारी तो दे दी गई परंतु रिपोर्ट दर्ज कराने पुलिस को घंटो इंतजार करना पड़ा।दस घंटे बाद अंततः शाम 5 बजे विभाग की ओर से रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कार्यवाई की।
कैसे मनेगा स्वत्रंतता दिवस

स्वतंत्रता दिवस एवं गणतंत्र दिवस जैसे राष्ट्रीय पर्व पर नगर में सर्व प्रथम गांधी प्रतिमा पर झंडे फहराए जाते हैं, जहाँ नगर के वरिष्ठजन एवं सभी स्कुलो के बच्चे उपस्थित होते है।जिसके बाद स्कुलो एवं अन्य शासकीय संस्थाओं में झंडे फहराये जाते है।अब जब स्वतंत्रता दिवस में जहां महज पांच दिन शेष रह गए है और गांधी प्रतिमा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है ऐसे में लोग राष्ट्रीय पर्व को मनाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।