तानाशाह अधिकारी अौर बेलगाम ठेकेदार

कुसमी (बलरामपुर)

तानाशाह अधिकारी अौर बेलगाम  ठेकेदार
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का बंटाधार एनिर्माण निम्नस्तर का

कुसमी केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजना जो प्रत्येक व्यक्ति को गाव से शहर की ओर जोड़ती हैए उस प्रधानमंत्रीग्राम सड़क योजना की हालत क्षेत्र में अत्यंत दयनीय। ठेकेदार व् अधिकारियो की मिली भगत से जो काम चल रहा है वह अत्यंत ही घटिया व निम्नस्तर का है। यह हाल बलरामपुर के विकास खंड कुसमी का है। घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में शासन की महत्वपूर्ण योजना दम तोड़ रही है घटिया सड़क निर्माण कार्य पर अभी से ही सवालिया निशान खड़े हो गए है।

विकास खंड कुसमी के ग्राम डायनटोली से घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र धनेशपुर व् धनेशपुर से सोनपुर व् धनेशपुर से पडिपा पहुंच मार्ग पर विगत तीन .चार वर्षो से सड़क निर्माण का कार्य प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत कराया जा रहा है । उक्त कार्य का स्तर इतना घटिया है की पूरी की पूरी सड़क में डामरीकरण होने के बाद भी पहली बारिश तक नहीं झेल पाई थी।  आलम यह है की वर्तमान में पूरी सड़क जर्जर हो गई है।  ठेकेदार द्वारा उन सड़को पर उभर आये जखमो में थूक पालिश लगाने का काम प्रारम्भ तो कर दिया गया है परन्तु विभाग के एक भी अधिकारी की मौजूदगी निर्माण स्थल पर हो रहे घटिया टायरिंग को देखने नहीं है। आस पास के ग्रामीणो से चर्चा करने पर उनसे पता चला की निर्माण के समय ठेकेदार व उसका मुनसी के आलावा न तो कोई अधिकारी और न इंजिनियर ने निर्माण की टोह  लेना जरुरी समझा। घोर नक्सल प्रभावित धनेशपुर की सड़के अत्यंत ही दयनीय स्थिति में है।

क्षेत्र में इन सड़को का कार्य अंबिकापुर के ठेकेदार प्रकाश राय व उसके मुंशी आनंद राय द्वारा कराया जा रहा है। ठेकेदार द्वारा घटिया निर्माण की पराकाष्ठा धनेशपुर के पेटानाला को ही देखने से ही समझ आ जाती है एक वर्ष पूर्व हुए पुलिया निर्माण में ही दरारे आ गई है। उसकी स्थिति देखकर सहज अंदाजा लगाया जा सकता की निर्माण का स्तर कैसा रहा होगा। घटिया निर्माण की यह कड़ी यही समाप्त नहीं होती। बांसडीह चौक से बडोकोना पहुंच मार्ग पर किये गए डामरीकरण की स्तिथि छ माह बाद ही अपने पूर्व की स्तिथि में आ गई। पूरी तरह जर्जर हो चुकी सड़क से नक्सल प्रभावितआदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के लोगो को सड़क के लाभ से वंचित होना पड़ रहा है। यही नहीं धनेशपुर के पडिपा बस्ती में पुलिया का कार्य एक वर्ष पूर्व कराया गया था किन्तु व् पुलिया जर्जर हो गई। विस्वश्नीय सूत्रों  से पता चला है की विभाग कार्यपालन अभियंता ओ पी सिह के रिश्तेदारो द्वारा विगत कई वर्षो से ठेकेदार से काम को पेटी में लेकर निर्माण कार्य कराया जा रहा है। परिणाम यह है की शारे काम  में अधिकारिओ की सह मिली हुई है।

सायद यही वजह है की नक्सल प्रभावित कई क्षेत्र जिले में अभी भी शहरी क्षेत्र से कटे हुए है और जो भी निर्माण कार्य हुए है उसकी घटिया स्तिथि की ओर नजर डालने की जहमद आज तक नहीं उठाई। बहरहाल सड़क एपुलिया एतटबंध एनाली व डामरीकरण में व्यापक पैमाने पर हुए भ्रष्टाचार के अहम सुबूत होते हुए भी आज तक कोई भी कारवाही नहीं हो सकी है। पुख्ता सुबूत होने के बाद भी अधिकारियो से जब इन घटिया निर्माण कार्य की जानकारी को लेकर सवाल किया  गया तो सभी ने चुप्पी साध ली है।