टीचर तो है पर स्कूल नही आते साहब!. ऐसे में कैसे होगी?गुणवत्ता युक्त पढ़ाई…

कवर्धा– यदि नीव कमजोर हो तो बेहतर इमारत खड़ी नही की जा सकती यह वाक्या बोड़ला विकाश खंड के वनांचल क्षेत्र ग्राम बोक्करखार में सटीक बैठता है एक तरफ शासन प्रशासन बच्चो को शिक्षा देने के उद्देश्य से अनेक योजनाएं संचालित है मगर बोक्कर खार के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का हाल बुरा हाल है कहने को तो वहाँ 3 शिक्षक है मगर कोई भी शिक्षक वहाँ मौजूद नही रहता ,यहाँ ये बताना लाजिमी है कि बच्चे ही स्कूल बंद कर अपने घर जाते है जब खबर 36 ने वहाँ पहुची तो एक भी शिक्षक वहाँ मौजूद नही था जब छात्रों से पूछा गया तो बताया कि शिक्षक रोज रोज नही आते , शिक्षा सत्र प्रारम्भ हो चुका है लेकिन अभी तक बच्चो को ड्रेस वितरण नही किया गया है पुस्तके बस वितरण किया गया है
भवन की हालत जर्जर
जिस स्कूल में बच्चे पढ़ाई कर रहे है उसकी हालत जर्जर है पानी टपक रहा है फर्श उखड़े पड़े है दो कक्षा में संचालित स्कूल में बच्चो को बैठने तक कि व्यवस्था नही है
कूड़ेदान की फेक दिए है पुस्तको को
शासन द्वारा छात्रों को निःषुल्क वितरण के लिए सभी स्कूलों में पुस्तके भेज दिया गया है लेकिन बोक्कर खार में पुस्तके कबाड़ की तरह पड़ा हुआ है
जब इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जाच कराई जाएगी अगर दोषी पाए जाते है तो कार्यवाही होगी