करप्शन… FIR.. रिकवरी ..या फिर कुछ भी नही..क्योकि मामला 33 लाख का…

बलरामपुर (कृष्णमोहन कुमार) जिले के वाड्रफनगर ब्लाक के ग्राम पंचायत तुगमा में मनरेगा के तहत बनाये जा रहे शौचालय निर्माण में धांधली की जांच में परत दर परत नये नये खुलासे हो रहे है…

दरसल तुगमा पंचायत छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश की सीमा से सटा हुआ है..जहाँ की पंचायत सचिव सीमा जायसवाल कभी कभार ही पंचायत मुख्यालय आती है..तो वही पंचायत सचिव सीमा के पति पंचायत सचिव का काम देखते है..बता दे की ग्राम तुगमा में 317 हितग्राहियों के लिए शौचालय बनाने की स्वीकृति मिली थी,जिसमे से 59 शौचालय अबतक बन पाए है,जबकि 48 शौचालय अधूरे पड़े हुए..और तो और लगभग 200 शौचालय कागजो में ही बन गए है..

वही जिला पंचायत सीईओ के जांच के आदेश के बाद जब मनरेगा की टीम ने मामले की जांच की तो पता चला की 317 शौचालय की लागत राशि 33 लाख 56 हजार रुपये में से शौचालय पूरा बनने का हवाला देते हुए पंचायत सचिव ने विभागीय अधिकारियों से मिलीभगत कर 30 लाख की राशि का पंचायत के खाते से आहरण कर लिया..जिस तरीके से मुख्यालय से दूरस्थ इलाका होने का फायदा अधिकारियों ने उठाया इन सब पर प्रदेश के एक कद्दावर मंत्री का आशीर्वाद बना हुआ है..
इस समूचे प्रकरण मे जिला पंचायत सीईओ तायल ने बगैर शौचालयों का निर्माण किये पैसे निकालने के मामले में सम्बन्धितों पर एफआईआर कराने की बात कही है…