उत्तराखंड में बिकते बिकते बची नाबालिक युवतियां…

फिर सामने आया मानव तस्करी का मामला
जशपुरनगर से तरुण प्रकाश की रिपोर्ट…

 

मनोरा चैकी क्षेत्र के ग्राम खुखरापाठ के 5 लोगों को महानगर में बिकने से बचा लिया है। इस मामले में पुलिस ने उसी गांव के एक आरोपी को मानव तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया है। आरोपी,,  3 नाबालिग लड़की और 2 युवकों को अच्छा काम दिलाने का प्रलोभन देकर अपने साथ उत्तराखंड ले जा रहा था।

 

जानकारी के मुताबिक मनोरा चैकी पुलिस को वहां से 3 किशोरी व 2 युवकों के एक साथ निकलने की सूचना पर मिली। मानव तस्करी की शंका पर मनोरा चैकी पुलिस ने कोतवाली पुलिस को घटना की सूचना दी। कोतवाली पुलिस की पेट्रोलिंग टीम ने बुधवार की शाम को बस स्टैण्ड से मनोरा से पहुंची बस में से उतरे संदिग्ध लोगों को पकड़ा और उन्हें पूछताछ के लिए उठाकर अपने साथ थाने ले आई। पूछताछ में पुलिस ने पाया कि मनोरा चैकी अंतर्गत ग्राम विजय टोप्पो 23 वर्ष पिता पास्कल टोप्पो बहला-फुसलाकर गांव के 5 लोगों को उत्तराखंड ले जाने के लिए निकला था। आरापी अपने साथ अपने गांव के सरिता 14 वर्ष, गुलेश्वरी 15 वर्ष, श्तेता तिग्गा 14 वर्ष रमेश्वर 18 वर्ष और जीवन कुमार 18 वर्ष को ले जा रहा था।

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आरोपी ने सभी को उत्तराखंड में अच्छी तनख्वाह पर काम दिलाने का सब्जबाग दिखाया था। आरोपी के बहकावे में आकर गांव की नाबालिग लड़कियां भी उसके साथ जाने के लिए तैयार हो गई थी। पुलिस ने पूछताछ के लिए आरोपी के साथ जा रहे सभी युवक व किशोरियों के माता-पिता को बुलाया है। कुछ के परिजन ने पुलिस को बताया कि वे स्वेच्छा से कमाने के लिए भेज रहे थे। पुलिस ने माता-पिता को समझाईश दी है। आरोपी के खिलाफ पुलिस ने धारा 370 (1-4) (4) के तहत अपराध कायम किया है।