Exclusive : नवरात्रि में डोंगरगढ़ मेला के बाद, कुदरगढ मेला का क्या होगा.. सरकार जाने!

सूरजपुर..(आयुष जायसवाल/पारसनाथ सिंह)..देश-प्रदेश में कोरेना वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. इस वायरस से सभी सहमे हुए हैं. वहीं इस मामले को गंभीरता से लेते हुए भारत सरकार रोज एडवायजरी जारी कर लोगो को इससे बचने के लिए जागरूक कर रही है. वर्तमान में भारत मे कोरेना वायरस से ग्रसित लोगो की संख्या 100 पार हो चुकी है. वही जानकारी के मुताबिक़ इस बीमारी से अबतक दो लोगों की मौत की ख़बर सामने आई है.

छत्तीसगढ़ सरकार ने भी एहतियात के तौर पर प्रदेश के सभी स्कूल-कॉलेज, जिम, स्विमिंग पूल, सिनेमाघर और भीड़भाड़ वाले कार्यक्रमों को 31 मार्च तक बंद करने का आदेश दिया है.. और लोगों को इस वायरस से बचने के लिए एडवायजरी जारी कर रही है.

25 मार्च से शुरू होगा चैत्र नवरात्र

गौरतलब है कि 10 दिन बाद यानी 25 मार्च से चैत्र नवरात्र प्रारंभ हो रहा है. इस दौरान जिले के ओड़गी ब्लॉक में प्रसिद्ध देवी धाम कुदरगढ़ में हर साल की तरह लाखों की संख्या में श्रद्धालु जुटेंगे. यहाँ की देवी पर लोगों को आस्था ऐसी है कि छत्तीसगढ़ प्रदेश के साथ साथ देश के विभिन्न हिस्सों से लोग यहाँ पूजा अर्चना करने आते है. कुदरगढ़ के साथ ही सरगुजा के अम्बिकापुर में स्थित महामाया मंदिर, सूरजपुर के देवीपुर में स्थित महामाया मंदिर में भी चैत्र नवरात्र में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है. जहाँ 09 दिन चलने वाले नवरात्र में प्रतिदिन हज़ारो लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने आते है.. और इन देवी धामों में भीड़ इतनी होती है की पैर रखने तक कि जगह नही मिलती. ऐसे में शासन-प्रशासन को इस ओर विचार करना चाहिए.. क्योंकि छत्तीसगढ़ सरकार एहतियात के तौर पर कोरोना वायरस से बचने के लिए भीड़-भाड़ वाले जगह को बंद कर रही है. लेकिन सरगुजा संभाग में कुछ ऐसे धाम हैं जहां चैत्र नवरात्र पर श्रद्धालुओं की लाखों की संख्या में भीड़ उमड़ती है.

हालांकि छत्तीसगढ़ में अबतक कोरोना वायरस का अबतक कोई पॉजिटिव मरीज नहीं मिला है. ये सरकार और लोगों के लिए राहत की ख़बर है. लेकिन सरगुजा संभाग के धार्मिक स्थलों में साल भर में एक बार आयोजित होने वाले मेले में प्रदेश सहित आसपास के अन्य राज्यो से भी लोग शिरकत करते हैं. ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी धामों में जाकर पूजा अर्चना करते है. ऐसे में सरकार के पास इसके लिए क्या विकल्प है. शासन-प्रशासन को इसपर गंभीरता से विचार करना चाहिए. जिससे लोगों की आस्था के अनुसार पूजा पाठ भी हो जाए.. और इस कोरोना की महामारी से सुरक्षित भी रहें.

डोंगरगढ़ मेला रद्द करने का निर्णय

वहीं कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने राजनांदगांव के डोंगरगढ़ में साल में एक बार लगने वाले चैत्र नवरात्र मेला को बंद करने का निर्णय लिया है. हालांकि पारंपरिक तरीके से मंदिर में पूजा अर्चना की जाएगी. साथ ही एडवायजरी के अनुसार गर्भगृह में श्रद्धालुओं को मास्क लगाकर प्रवेश करना होगा.

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