छत्तीसगढ़: दो पुलिस आरक्षक बर्खास्त, SSP ने इस वजह से की कार्रवाई

दुर्ग-भिलाई। ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले दो आरक्षकों को एसएसपी दुर्ग ने बुधवार को सेवा मुक्त कर दिया। दोनों आरक्षकों को सुधरने का पर्याप्त अवसर दिया गया था, पर सुधरने के बजाए ड्यूटी को लेकर दोनों और लापरवाही बरतने लगे, लिहाजा दोनों को दंडित भी किया गया। इसके बाद भी कर्तव्य के प्रति लापरवाही जारी रही। लिहाजा एसएसपी दुर्ग ने दोनों को पुलिस विभाग से सेवा मुक्त करने का आदेश जारी कर दिया।

आरक्षकों के नाम देवव्रत सिंह (633) तथा विक्रम सिंह (77) बताया गया है। आरक्षक देवव्रत सिंह 15 फरवरी 2013 को पुलिस विभाग में भर्ती हुआ था। वहीं विक्रम सिंह एक फरवरी 2013 को पुलिस विभाग में भर्ती हुआ था। दोनों जिले के अलग अलग थानों में पदस्थ रहे। इस दौरान ड्यूटी से गैर हाजिरी, कर्तव्य के प्रति लापरवाही, जैसी कई शिकायतें आती रही।

पुलिस के आला अफसरों ने दोनोंं को कई बार समझाइश भी दी। बार बार समझाइश, चेतावनी, दंड के बाद भी दोनों को कोई असर नहीं हुआ। दुर्ग एसएसपी बद्री नारायण मीणा के पास से लगातार शिकायतें आ रही थी। उन्होंने भी दोनों आरक्षकों को दंडित कर समझाइश का प्रयास किया।

जब एसएसपी की समझाइश का भी असर नहीं हुआ, तब दोनों आरक्षकों को सेवा मुक्त का आदेश जारी कर दिया गया। बुधवार से दोनों आरक्षक पुलिस विभाग से सेवा मुक्त हो गए। ड्यूटी से बिना सूचना के गैर हाजिर, वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश का पालन नहीं करना आम तो था ही इसके अलावा दोनों दोनों आरक्षकों द्वारा आम जनता से भी दुर्व्यवहार किया जाता था। कई लोगों ने वरिष्ठ अधिकारियों से मौखिक तथा लिखित में इसकी शिकायत की थी।