अब तो जागिए साहब…. दो स्टाप डेम पहले भी बह चुके हैं…..

  • दो स्टाप डेम बहने के बाद भी विभाग की कार्यशैली में नही आया बदलाव
  • जंगल की भुरभरी गिटटी एवं कत्तल से उधैनी में नए स्टाप डेम का निर्माण बेखौफ जारी
  • घटिया निर्माण को लेकर ग्राम जनों व जनप्रतिनिधियों में भारी आक्रोश, कहा घटिया निर्माण का पर्याय बना राष्ट्रीय उद्यान

कोरिया (सोनहत से राजन पाण्डेय की रिपोर्ट)

विकासखंड सोनहत अंर्तगत स्थित गुरूघासीदास राष्ट्रीय उद्यान में अनियमितताएं खत्म होने का नाम नही ले रही है। आलम है की उद्यान में विकास एवं जानवरों के पानी आदी की सुविधाओं के नाम पर करोड़ों रूपयों का खेल चल रहा है। ज्ञात हो की राष्ट्रीय उद्यान विभाग द्वारा गत वर्ष कछाड़ी में लगभग 20 लाख एवं चंदहा गिधेर क्षेत्र में लगभग 28 लाख रूपय के स्टाप डेम का निर्माण करया गया था जो की पहली बारिश में ही बह गया था बावजूद इसके पुराने ढर्रे पर ही राष्ट्रीय उद्यान के उधैनी क्षेत्र में लगभग 12 लाख की लागत से नए स्टाप डेम का निर्माण कराया जा रहा है। वहीं स्टाप डेम का अत्यंत घटिया निर्माण कार्य कराए जाने से आस पास के ग्राम जनों एवं क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों में रोष का माहौल व्याप्त है ग्राम जनों ने विभाग के कार्यशौली पर सवालिया निशान लागते हुए कहा की राष्ट्रीय उद्यान घटिया निर्माण कार्य का पर्याय बन चुका है और दो स्टाप डेम बह जाने के बाद भी विभाग में शीर्ष पर बैठे अधिकारीयों की नींद नही खुली है।

जंगल की गिटटी का खुला इस्तेमालsonhat korea 2
ग्रामजनों ने बताया की निर्माण कार्य में विभाग द्वारा जंगल की भुरभुरी गिटटी का खुला इस्तेमाल किया जा रहा है साथ ही जंगल से कत्तल एवं बोलडर जैसे बड़े पत्थर भी इस्तेमाल किये जा रहे है जोकी नियमानुसार सही नही है। उल्लेखनीय है की कछाड़ी क्षेत्र में बनाए गए स्टाॅप डेम में भी बिना नीव खोदे ही राड बिछाने का कार्य किया गया था और यहां पर भी नीव बहुत कम मात्रा खोदे जाने की शिकायत मिली है।

शिकायतों की जांच नही
राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्रों में घटिया निर्माण कार्यों की भरमार देख कर ऐसा लगता है जैसे निर्माण कार्य संचालित कराने वाले अधिकारीयों को जांच का भय बिल्कुल भी नही है इस कारण वो कार्यों को अपने मन मुताबिक संचालित कराते है। उल्लेखनीय है की चंदहा एवं गिधेर क्षेत्र में बनाए गए स्टाप डेम की जांच हेतू कई बार ग्रामजनों सामाजिक कार्यकर्ताओं समेत राजनैतिक पार्टीयों के पदाधिकारीयों ने प्रशासन स्तर पर ज्ञापन सौपा था कुछ लोगों ने लोक सुराज अभियान में भी जांच के लिए आवेदन लगाया था लेकिन सारी की सारी शिकायतें ठंडे बस्ते में धरी रह गई और न तो कोई जांच ही कराई गई न ही कोई कार्यवाही

 

बिना गुणवत्ता कैसे टिकेगा स्टाप डेम
गुणवत्ता विहीन निर्माण कराए जाने के कारण दो स्टाफ डेम पुर्व में भी बह चुके है इसी तर्ज पर नए स्टाफ डेम का भी निर्माण कराया जा रहा है अब देखना यह होगा की राष्ट्रीय उद्यान विभाग का यह नया स्टाप डेम कितने दिन तक टिकेगा। वहीं इस सबंध में जब विभागीय प्रतिकृया लेने के लिए गुरूघासीदास राष्ट्रीय उद्यान केसंचालक एफ जे टोप्पो से मोबाईल पर संपर्क किया गया तो उन्होने काल रिसीव नही किया ।

इनका कहना है…….

प्रभु नारायण सिंह (सरपंच ग्राम पंचायत सिंघोर )

स्टाप डेम का निर्माण अत्यंत घटिया हो रहा है इसकी जांच अति आवश्यक है।

गुलाब कमरो (उपाध्यक्ष जिला कांग्रेस)

भाजपा के शासन काल में सिर्फ भ्रष्टाचार फल फूल रहा है कितनी भी शिकायत करें जांच एवं कार्यवाही का कभी पता ही नही चलता है । दो स्टाप डेम बह चुका है कम से कम अब तो घटिया निर्माण पर विभाग को कार्यवाही करना चाहिए।

श्रीमती चंपा देवी पावले ( विधायक भरतपुर)

सोनहत मुझे भी राष्ट्रीय उद्यान एवं वन विभाग में घटिया निर्माण की शिकायत मिली है मैं स्वयं इस संबंध में उचित जांच एवं कार्यवाही के लिए कलेक्टर साहब से बात करूंगी और संभवतः स्वयं उधैनी जा कर निर्माण कार्य का अवलोकन कर जांच के लिए लिखूंगी

पुष्पेन्द्र राजवाड़े सोनहत

गिधेर एवं कछाड़ी क्षेत्र के स्टाप डेम मामले में कई बार जांच के लिए ज्ञापन दिया गया लेकिन कब जांच हुई  एवं क्या कार्यवाही कभी पता ही नही चला अब पुनः घटिया कार्य शुरू है यदि इस बार जांच एवं कार्यवाही नही हुई तो जांच के लिए न्यायालय की शरण लेंगे ।