छत्तीसगढ़: 15 नगरीय निकायों पर फ़ैसला, मतगणना आज… यहां टिकी है सबकी नजरें

छत्तीसगढ़ में 10 जिलों के 15 नगरीय निकायों में 23 दिसंबर यानि गुरुवार को मतगणना होगी। सबकी निगाहें रायपुर के बीरगांव व दुर्ग जिले के नगर निगम चुनाव पर टिकी हुई है। इस चुनाव में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू के गृह जिले दुर्ग के तीन नगर निगम भिलाई, रिसाली, भिलाई-चरोदा और एक नगर पालिका परिषद जामुल शामिल हैं। इस चुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी दल भाजपा के उम्मीदवारों के अलावा कई निर्दलीय और बागी उम्मीदवार भी चुनावी मैदान में हैं। जनता ने किसके सिर पर जीत का सेहरा बांधा है यह मतगणना के बाद पता चल जाएगा। चुनाव परिणाम को लेकर प्रत्याशियों की धड़कन तेज हो गई है तो वहीं कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है। इधर मतगणना के साथ राजनीतिक पार्टियों के दिग्गजों ने महापौर व अध्यक्ष के लिए लॉबिंग भी शुरू कर दी है।   

बता दें कि छत्तीसगढ़ के 385 वार्डों में हुए चुनाव में 1393 उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया था, जिसमें 370 वार्डों के आम निर्वाचन में 1345 उम्मीदवार और उप निर्वाचन के 15 वार्डों में 48 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। सभी निकायों में गुरुवार को सुबह 9 बजे से मतों की गिनती शुरू होगी। मतगणना के संबंध में राज्य निर्वाचन आयुक्त ठाकुरराम सिंह ने बताया कि मतगणना से संबंधित पूरी तैयारियां कर ली गई हैं। मीडियाकर्मियों की सुविधा के लिए सभी मतगणना केंद्रों में मीडिया सेंटर बनाए गए हैं। यहां पर राउंडवार नतीजों की जानकारी मीडिया कर्मियों को दी जाएगी। उन्होंने बताया कि परिसर की सुरक्षा से संबंधित सारी तैयारियां पुख्ता हैं। सीसीटीवी कैमरे आदि लगाये गये हैं और हर स्तर पर पारदर्शिता बरती गई है। मतगणना केंद्रों में सुरक्षा के लिए लगभग एक हजार से ज्यादा जवानों को तैनात किया गया है। 

इन निकायों में हुए चुनाव और वोट का प्रतिशत 

नगर पालिक निगम : भिलाई में 54.49 प्रतिशत, भिलाई-चरोदा में 64.17 प्रतिशत, रिसाली में 62.14 प्रतिशत और बीरगांव में 64.23 प्रतिशत

नगर पालिका परिषद : बैकुंठपुर में 69.24 प्रतिशत, शिवपुर चरचा में 64.63 प्रतिशत, सांरगढ़ में 77.64 प्रतिशत, जामुल में 73.10 प्रतिशत और खैरागढ़ में 84.16 प्रतिशत 

नगर पंचायत : प्रेमनगर में 85.83 प्रतिशत, नरहरपुर में 87.64 प्रतिशत, कोंटा में 82.91 प्रतिशत, भैरमगढ़ में 78.65 प्रतिशत, भोपालपट्टनम में 84.63 प्रतिशत और मारो में 82.50 प्रतिशत