छत्तीसगढः नेटवर्किंग कंपनी के नाम पर ठगी, करीब 700 लोगों को बनाया शिकार, दो गिरफ्तार 10 फरार

छ्त्तीसगढ़ः भिलाई नेटवर्किंग कंपनी के नाम पर ठगी करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन इस मामले में 10 आरोपी फरार बताे जा रहे है। नेटवर्किंग कंपनी मैनेजिंग डायरेक्टर्स प्रमोद साहू और वेद प्रकाश दोनों डायरेक्टर कई बार घूमने के लिए विदेश गए है। वहीं डायरेक्टर प्रमोद ने ठगी से हासिल 30 लाख रुपए अपनी शादी में खर्च किए। उसने दो लग्जरी कार भी खरीदी है। इस ठगी में पाटन क्षेत्र में रहने वाले सीएमडी समेत अन्य 12 लोग भी शामिल हैं।

जानकारी के मुताबिक आरोपियों ने करीब 700 लोगों से ठगी की है। पकड़े गए दोनों के मोबाइल डिटेल खंगाले जा रहे हैं। ठगी के शिकार युवकों ने पुलिस को बताया कि दो वर्षों में नेटवर्किंग कंपनी में जोड़ने और रायल मेंबर बनाने के नाम पर धोखाधड़ी की गई। सुपेला पुलिस ने धारा 420, 34 के तहत अपराध दर्ज किया है। रविवार को उन्हें जेल भेज दिया गया। दोनों के खिलाफ उतई थाना क्षेत्र के पतोरा निवासी हेमंत साहू ने धोखाधड़ी की शिकायत की थी।

हेमंत ने पुलिस को बताया कि दोनों आरोपियों ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की हैं। वर्ष 2019 में पुराने नेटवर्किंग कंपनी के कर्मचारी से संपर्क करके धोखाधड़ी करने का धंधा शुरु किया। इसके साथ 12 लोगों की टीम तैयार की। टीम ने ग्रामीणों से संपर्क किया और कंपनी का शेयर होल्डर बनाने का झांसा देकर 1 से 2 लाख रुपए ले लिए। इसके साथ रायल मेंबर बनाने का प्रलोभन देकर 3 से 4 लाख रुपए ठग लिए।

अपराध दर्ज होने के बाद पुलिस ने मामले में फरार अन्य 10 आरोपियों की तलाश में जुट गई है। उनके नामों का खुलासा नहीं हो पाया है। गिरफ्तार आरोपियो से उनके बारे में पतासाजी की जा रही है। खबर है कि पुलिस को आरोपियों के नाम मिल चुके हैं, लेकिन उनके नामों का खुलासा पुलिस ने नहीं किया है।

सीआईएसएफ जवान को इनाम में 25 लाख की कार, स्क्रैच कार्ड व 14 लाख कैश देने का झांसा देकर साढ़े पांच लाख की ऑनलाइन ठगी की। निजी कंपनी के दो डायरेक्टर्स रितेश कौशल निवासी खाद्य कॉलोनी जैतपुर कालिंदी दिल्ली और महेश कुमार सिंह निवासी सुभाष पार्क शाहदरा उत्तर पूर्व दिल्ली को उतई पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है। दो साल पहले दोनों ने लक्की कस्टमर बनने का झांसा देकर ठगी की थी।