पुलिस ने सुलझाई अंधे कत्ल की गुत्थी.. ज़मीन विवाद में कलयुगी पिता ने की थी पुत्र की हत्या!.

सूरजपुर. जिले के चांदनी थानां में बीते 27 अक्टूबर को ग्राम बेगारीडांड निवासी केवल प्रसाद साहू ने सूचना दिया था की वह अपने पुत्र अवधेश साहू के साथ जमीन बटवारा के लिए ग्राम बेगारीडांड से एक ही साईकल में बिहारपुर पटवारी के पास गए थे. लेकिन पटवारी के नहीं मिलने पर वापस आते समय महुली रोड़ बिहारपुर घाट के पास अपने पुत्र को छोड़कर पैदल नवाटोला पटवारी को पता करने जा रहा था और पुत्र वहीं मोबाईल पर बात करने लगा, कुछ ही दूरी पर जाने के बाद पीछे से सुनील साहू ने जाकर बताया कि अवधेश साहू को किसी ने मार दिया है, वापस आकर देखा तो अवधेश खून से लथपथ मृत रोड़ पर पड़ा था. सिर में गंभीर चोट लगी है और उसका साईकल, मोबाईल और झोला कुछ दूरी पर गिरा है. घटना के सूचना पर चांदनी पुलिस ने मर्ग कायम कर तत्काल घटना स्थल पहुंची और घटना स्थल व शव का निरीक्षण पर मृतक की मृत्यु धारदार हथियार से मारकर हत्या करना पाया.

मृतक के शव के पीएम रिपोर्ट में भी डाॅक्टर ने बताया कि उसकी मृत्यु हत्या करने से हुई है. जिसके बाद मामले में चांदनी पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के विरूद्व अपराध क्रमांक 61/19 धारा 302 भादसं. के तहत् मामला पंजीबद्व कर विवेचना में लिया था और जांच कर रही थी.

वहीं इस मामले में ज्यादा समय लगने पर सूरजपुर एसपी ने मामले के जल्द खुलासा करने के चांदनी पुलिस को निर्देश दिए. जिसके बाद पुलिस मामले की सूक्ष्मता से जांच कर रही थी. इस दौरान केवल प्रसाद से घटना के बारे में पूछने पर अलग-अलग बाते बता रहा था. जिसपर पुलिस को शक हुआ. सूचक पर संदेह हुआ. और पुलिस ने संदेह के आधार पर केवल प्रसाद साहू से कड़ाई से घटना के बारे में पूछताछ किया तो उसने अपराध करना स्वीकार किया. और पता चला कि जमीन, मकान आपसी बटवारा के विवाद एवं पुत्र अवधेश साहू के द्वारा परेशान करने पर सुनियोजित तरीके से बिहारपुर मोड़ में साईकल से उतरने के पश्चात् अवधेश साईकल लेकर आगे-आगे मोबाईल से बात करते चलने लगा. उसी समय पीछे से कटार में मारकर अपने पुत्र की हत्या कर दिया. आरोपी के बताए आधार पर घटना में प्रयुक्त कटार को घटना स्थल के पास मेढ़ से जप्त कर आरोपी केवल प्रसाद साहू पिता शंखलाल साहू, उम्र 40 वर्ष, निवासी बेगारीडांड, थाना चांदनी के विरूद्व अपराध सबूत पाए जाने पर विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा दिया गया.

मामले का खुलासा एसडीओपी ओड़गी मंजूलता बाज के नेतृत्व में हुआ जिसमें एसआई शिवप्रसाद सिंह, एएसआई विदवाराम, प्रधान आरक्षक रामलगन सिंह, मान सिंह मरकाम, आरक्षक गणेश राम, हरिलाल पैंकरा, उदय सिंह व राम सिंह आयाम सक्रिय रहे.