ऑनलाइन क्लासेस पर BJP उपाध्यक्ष की तीख़ी प्रतिक्रिया.. कहा- महामारी के समय पेरेंट्स की मानसिक तनाव बढ़ाएंगी … मोबाइल फ़ोन-कंप्यूटर की व्यवस्था करना असंभव

अम्बिकापुर. शहर के कार्मेल स्कूल में 08 जून से शुरू किए जाने वाले छोटे बच्चों की आनलाईन क्लासेस पर सरगुजा भाजपा जिला उपाध्यक्ष अंबिकेश केशरी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने इसे अव्यवहारिक बताते हुए तत्काल बंद करने की मांग की है. उन्होने प्रेस विज्ञप्ति जारी अपने बयान में प्रशासन से तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए कहा है.. कि स्थानीय कार्मेल स्कूल में 08 जून से बच्चों की आनलाइन क्लासेस शुरू की जा रही है. जिसमें अनेक व्यवहारिक कठिनाइयां हैं.

  1. क्लास जूम एप के जरीए चलेगीं जो की भारत सरकार द्वारा प्रतिबंधित किया गया है एवं इसका उपयोग न करने की सलाह दी गई है।
  2. प्रत्येक बच्चे के लिए अलग अलग स्मार्टफोन, लैपटॉप अथवा कंप्यूटर की जरूरत होगी जबकि अधिकांश पैरेंट्स जिनके 2 बच्चे स्कूल में पढ़ रहे हैं. उनके पास बच्चों के लिए इन उपकरणों की व्यवस्था करना कठिन होगा। माता पिता का मोबाइल फोन 4-4 घंटे के लिए खाली नहीं रह सकते। अतः उन्हें नये मोबाइल खरीदने होगें जो इस समय की परिस्थितियों में अधिकांश परिवारों के लिए लगभग असंभव होगा।
  3. जो बच्चे RTE के तहत एडमिशन लिये होंगे उनके पैरेन्ट्स पर इस समय मोबाइल फोन या कंप्यूटर की व्यवस्था करना लगभग असंभव होगा।
    जो पैरेन्ट्स आर्थिक रूप से सक्षम भी होगें वे भी चाह कर भी ये उपकरण नहीं खरीद पायेंगे क्योंकि इस समय शहर के मार्केट में इतनी बड़ी संख्या में ये उपलब्ध नहीं हैं।
  4. आनलाइन क्लास प्रतिदिन 4-4 घंटों की निर्धारित है। इतने समय तक मोबाइल या कंप्यूटर पर पढाई करने के अनेक दुष्प्रभाव बच्चों की आंखों, मस्तिष्क एवं स्वास्थ्य पर पड़ना निश्चित है साथ ही इनका अतिरिक्त बोझ वर्तमान समय में पहले से ही बोझिल मेडिकल सेवाओं पर भी पडेगा।
  5. आनलाइन क्लास के लिए प्रत्येक बच्चे के लिए अलग रूम की आवश्यकता होगी जो कि अधिकतर मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए एक बडी समस्या है।
  6. जिन बच्चों के पैरेंट्स अतिआवश्यक सेवाओं में कार्यरत हैं एवं करोना महामारी में frontline में सेवा दे रहे हैं उनके लिए यह अतिरिक्त मानसिक तनाव का कारण बनेगा।
  7. नर्सरी, प्रायमरी, मीडिल क्लास के छोटे छोटे बच्चों के लिए इन उपकरणों को आपरेट करना आसान नहीं होगा।

कुल मिलाकर आनलाइन क्लासेस पैरेंट्स पर अनावश्यक मानसिक तनाव बढा़येंगी. जो इस महामारी के समय किसी भी प्रकार से उचित नहीं है. अंबिकेश केशरी ने स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाते हुए. आनलाइन क्लासेस को स्थगित करने के आदेश जारी करने की मांग प्रशासन से की है.. ताकि बच्चों के पालकों को इस तनाव से मुक्ति मिल सके.