Mainpat Mahotsav 2022: मैनपाट महोत्सव के समापन समारोह में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल होंगे शामिल, बायोडायवर्सिटी पार्क, सी-मार्ट एवं गांववाला चिप्स का करेंगें शुभारंभ

अम्बिकापुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मुख्य आतिथ्य में तीन दिवसीय मैनपाट महोत्सव समापन समारोह 13 मार्च को होगा। समारोह की अध्यक्षता छत्तसीगढ़ शासन के नगरीय प्रशासन एवं विकास तथा प्रभारी मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया करेंगे। इसके साथ ही पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टीएस सिंहदेव, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण तथा संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत, लुण्ड्रा विधायक डॉ प्रीतम राम, छतीसगढ़ खाद्य आयोग के अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह बाबरा, छत्तसगढ आदिवासी स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं वनौषधि पादप बोर्ड के अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक, बीस सूत्रीय कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल, श्रम कल्याण मंडल के अध्यक्ष शफी अहमद, जिला पंचायत अध्यक्ष मधु सिंह, महापौर डॉ अजय तिर्की, जनपद पंचायत अध्यक्ष उर्मिला खेस्स एवं ग्राम पंचायत रोपाखार की सरपंच सविता मांझी विशिष्ट अतिथि होंगे।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस अवसर पर बायोडायवर्सिटी पार्क, सी-मार्ट एवं गांववाला चिप्स का शुभारंभ करेंगे। इसके साथ ही करीब 52 हितग्राहियों को सामग्री वितरण एवं 130 जोड़ों को आशीर्वाद प्रदान करेंगे। मैनपाट के ग्राम पंचायत रोपाखार में वन विभाग द्वारा 1 करोड़ की लागत से यहां 100 हेक्टेयर क्षेत्रफल में बायोडायवर्सिटी पार्क विकसित की जा रही है। 1-1 हेक्टेयर क्षेत्र में कैक्टस एवं बैम्बू पौधे तथा करीब 2 हेक्टेयर में औषधि पौधे लगाए जाएंगे। इसके साथ ही यहां निरीक्षण पथ, गार्ड क्वाटर्स सहित अन्य निर्माण कार्य भी कराए जा रहे हैं। पार्क में विद्युत की व्यवस्था भी होगी। अम्बिकापुर के देवीगंज रोड में सी-मार्ट नगर निगम एवं एनयूएलएम के माध्यम से बिहान के महिला समूह द्वारा संचालित किया जाएगा। सी-मार्ट में स्थानीय उत्पादों सहित अन्य घरेलू सामग्री रियायती दर पर मिलेगी। सी-मार्ट से महिला समूहों को रोजगार मिलने के साथ ग्राहकों को गुणवत्तापूर्ण समान वाजिब दर पर मिलेंगे।

सीतापुर विकासखण्ड के आदर्श गोठान ढेंकीडोली में सोना किस्म के आलू से स्व सहायता समूह की महिलाओं ने आलू चिप्स का उत्पादन शुरू किया है। चिप्स की गुणवत्ता भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण के अनुरूप रखी हैं। महिलाओं ने यहां उत्पादित चिप्स का नाम ’गांववाला’ रखा है। चीप्स उत्पादन के लिए जिला प्रशासन द्वारा मशीन उपलब्ध कराई गई है। महिलाओं ने चिप्स का मूल्य 5 रुपये प्रति पैक रखा है।