तीन दिन टोकूंगा नहीं माने तो पीटूंगा-सीएसपी

यातायात व्यवस्था बनाने ली व्यवसायियों की बैठक

अम्बिकापुर

नगर में यातायात व्यवस्था बनाने व आईजी दीपांशु काबरा की मंशानुरूप शहर की सड़कों को व्यवस्थित करने को लेकर आज कोतवाली भवन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वेदव्रत सिरमौर व नगर पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला ने देवीगंज, सदर रोड़ व स्कूल रोड़ के व्यवसायियों की एक बैठक ली। नगर में यातायात व्यवस्था बनाने के लिए अधिकारियों ने व्यवसायियों का सहयोग मांगा। अधिकारियों का कहना था कि सिर्फ कार्यवाही से व्यवस्था बदली नहीं जा सकती, इसके लिए सभी को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। इस दौरान अधिकारियों से उपस्थित व्यवसायियों ने जब यह कहा कि हमारी तरफ से तो पुलिस को पूरा सहयोग दिया जाता रहा है। परंतु कुछ व्यवसायियों की वजह से सारी व्यवस्था बिगड़ रही है।

सीएस पी श्री शुक्ला ने व्यवसायियों के समक्ष कड़े लबजों में कहा कि मुझे स्वयं यह अच्छा नही लगता कि कुछ व्यवसायी बार-बार टोकने पर भी कोई सहयोग नहीं करते। अब ऐसे हालात में अगर तीन दिनों तक व्यवस्था बिगाड़ने वाले व्यवसायियो पर हमारी नजर न सिर्फ रहेगी बल्कि उन्हे तीन दिनों तक समझाईस भी दी जायेगी, ऐसे में भी अगर वे व्यवस्था बिगाड़ने पर उतारू रहे तो चैथी बार मेरे द्वारा सामान जब्त करने की कार्यवाही नहीं की जायेगी, बल्कि मैं ऐसे व्यवसायियों को पीटने पर विवश हो जाउंगा। इससे लोगों को बुरा जरूर लगेगा परंतु व्यवसायी अगर सामंजस्य बनाकर रखेंगे तो इसकी नौबत नहीं आयेगी। एडीसनल एसपी व सीएसपी ने पहले उपस्थित व्यवसायियों द्वारा शहर की यातायात व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने उनकी राय जानी।

व्यापारी संघ के अध्यक्ष परमेन्द्र सिंह ने अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुये कहा कि देवीगंज रोड़ में कई गलियां है जहां अगर एकाध दो पुलिस की व्यवस्था कर दी जाये तो तेज रफ्तार में वाहन चलाने वालों में डर का माहौल बन सकेगा। इससे दुर्घटनाओं पर भी अंकुश लगाया जा सकेगा। व्यवसायियों ने शहर में पार्किग व्यवस्था बनाने सहित आॅटो चालकों को व्यवस्थित स्थान देने की भी बात कहीं। इसके अलावा बाईक सवारों पर कंट्रोल करते हुये उनकी लायसेंस की जांच व तीन सवारी पर कड़ी कार्यवाही करने की बात कहीं गई। उपस्थित पुलिस व यातायात अधिकारी ने व्यवसायियों से कहा कि सबसे बड़ी समस्या है कि व्यवसायी अपना सामान बाहर तक निकाल कर रखते है। दुकान के सामने बेतरतीब रूप से अपनी व ग्राहकों की वाहनों को खड़ा करवा दिया जाता है। जिससे जाम की स्थिति बनती है। व्यवसायी अगर सामान दुकान के अंदर रखते हुये अपनी व ग्राहकों की वाहनों को सफेद पट्टी के अंतर व्यवस्थित रूप से खड़ी कराये तो स्थिति में काफी सुधार हो सकता है। कुछ व्यवसायियों ने महानगरों की तरह सड़क के बीच सफेद पट्टी लगाकर वाहनों को पार्किग करवाने जैसी व्यवस्था बनाकर देखने का भी सुझाव दिया। साथ ही व्यवसायियों ने यह शिकायत भी करते हुये कहा कि यातायात पुलिस व्हीआईपी व सरकारी वाहनों को नजर अंदाज कर देती  है। जबकि सबसे ज्यादा इन्ही लोग दुकानों के सामने सड़क पर बेतरतीब वाहन लगाते है। इस पर पुलिस अधिकारियों ने व्यापारियों के दिये सुझाव विचार करने तथा शिकायत पर यातायात पुलिस को निर्देश दिया कि अब यातायात व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश करेंगा उन सभी पर कार्यवाही की जाये। पुलिस अधिकारियों ने व्यवसायियों सामंजस्य बनाते हुये यातायात व्यवस्था को लेकर हर महीने एक बैठक करने व आपसी सुझाव से शहर को सुन्दर बनाने की बात भी कहीं। इस दौरान कोतवाली प्रभारी सुरेश भगत, यातायात प्रभारी भारद्वाज सिंह एवं व्यवसायी रामचन्द्र स्वर्णकार, राधेश्याम केसरी, अमित तिवारी, ओम प्रकाश सर्राफा, सफिक आलम, राम प्रसाद सोनी, हीरा लाल श्रीवास्तव, राजेन्द्र सिंह छाबड़ा, संजय सोनी, नारायण दास, शिव लाल जायसवाल, जिंदल मेडिकल के संचालक सहित काफी संख्या में व्यवसायी मौजूद थे।

आॅटो किराया होगा निर्धारित
बैठक में उपस्थित पुलिस अधिकारियों ने  व्यवसायियों द्वारा आॅटो चालकों को लेकर कई शिकायत किये जाने पर अधिकारियों ने यह बताया कि आॅटो में सामान भरकर ले जाने पर कार्यवाही की जायेगी। यहीं नहीं आॅटो का किराया भी अब निर्धारित किया जाना प्रक्रिया में है। हो सकता है आने वाले समय में प्रीपेड़ आॅटो बूथ भी बनाया जाये। कई व्यवसायियों ने आॅटों के शहर के अंदर घुसने का समय भी निर्धारित किये जाने की बात कहीं गई। पुलिस ने व्यवसायियों से पिकअप के जरिये शहर के अंदर सामानों को ट्रांसपोर्ट मंगवाने समय का चुनाव करने की बात भी कहीं है। ताकि सड़क पर यातायात बाधित न हो।

शहर से ब्रेकर हटाने की मांग
व्यवसायियों ने शहर के विभिन्न मार्गो में अमानक ढंग से बनाये गये ब्रेकरों के कारण आये दिन हो रही दुर्घटनाओं पर ध्यान आकृष्ट कराते हुये बे्रकरों को हटाने की मांग की। पुलिस अधिकारियों ने इस संबंध में जिला प्रशासन व निगम से होने वाली बैठक में उक्त प्रस्ताव रखने की बात कहीं है। यहीं नहीं व्यवसायियों द्वारा यह भी कहा गया कि स्कूल रोड़ में छात्र-छात्राओं की छुट्टी होते ही असमाजिक तत्वों द्वारा तेज रफ्तार में बाईक चलाने की भी शिकायत की। इसके लिए अधिकारियों ने कोतवाली टीआई को सख्त निर्देश देते हुये उक्त समय पेट्रोलिंग करने के निर्देश दिये है। व्यवसायियों ने स्कूल रोड़ में मलटीपरपज स्कूल के सामने ठेलों की संख्या बढ़ने से यातायात व्यवस्था प्रभावित होने की बात भी कहीं। जिस पर पुलिस अधिकारियों ने निगम से ठेलों के लिए अलग जोन बनाने की बात करने का आश्वासन दिया।
नकाब पर कंसे नकेल
व्यवसायियों ने नगर में अपराधिक गतिविधियों के बढ़ने के मद्देनजर नकाब पहनकर निकलने वाले वाहन चालकों पर खास तौर पर नकेल कसने की बात कही है। व्यवसायियों का कहना था कि नकाब के अंदर युवक युवतियां कौन होते है और किस प्रयोजन से शाम के समय भी चेहरा ढंककर शहर में निकलते है इसका पता लगाना काफी मुश्किल है। पहले नकाब पोशों द्वारा शहर में कई घटना को अंजाम दिया जा चुका है। पुलिस ने व्यवसायियों को इस पर कार्यवाही करने का आश्वसन दिया है।