तबादलों में लगा भ्रष्टाचार का आरोप.. बलि का बकरा बने मंत्री के OSD

फटाफट डेस्क. शिक्षा विभाग मे तबादले को लेकर मचा बवाल अब भी शांत नही हुआ है. लेकिन इस बार इस बवाल को जन्म देने वाले अधिकारी को आज आखिरकार पद से हटा दिया गया. गौरतलब है कि पिछले दिनो स्कूली शिक्षा मंत्री पर प्रेमसाय सिंह पर उनके ही पार्टी के विधायक ने ट्रांसफर उद्योग चलाने का आरोप लगाया था. इतना ही शिक्षा विभाग मे अधिकारी से लेकर शिक्षक तक के तबादले मे जमकर धांधली की बात भी चर्चा का विषय बनी हुई थी.

गौरतलब है कि छत्तीसगढ की नई सरकार ने ट्रांसफर के सीजन मे सैकडो शासकीय कर्मचारियो के तबादले किए थे. जिनमे कुछ तबादले इच्छा से तो कुछ प्रशासनिक स्तर पर किए गए थे और इन तबादलों के दौर मे प्रदेश के लगभग सभी विभाग मे तबादले हुए.. पर स्कूली शिक्षा विभाग के तबादला प्रकिया मे जितनी गडबडी हुई. उतनी किसी विभाग मे नही हुई. इतना ही नही इस विभाग मे हुए तबादले मे शिक्षा मंत्री से लेकर राज्य सरकार तक की जमकर किरकिरी हुई थी.. आम से लेकर खास तक ये चर्चा थी कि विभाग मे शिक्षक से लेकर अधिकारियो तक के तबादले की रेट लिस्ट जारी कर दी गई थी. और उसी अर्थ व्यवस्था के आधार पर तबादला सूची जारी की गई थी. इस दौरान प्रदेश के शिक्षा मंत्री डां प्रेमसाय सिंह और उनके ओएसडी राजेश सिंह पर उन्ही के पार्टी के विधायक बृहस्पत सिंह ने रूपया लेकर तबादला करने का आरोप लगाया था. जिसके बाद पूरे प्रदेश की सियासत गर्म हो गई थी.

लेकिन आज खुद स्कूली शिक्षा मंत्री डां प्रेमसाय सिंह टेकाम की अनुशंसा पर राज्य सरकार ने शिक्षा मंत्री के आफिसर इन स्पेशल ड्यूटी OSD राजेश सिंह को हटा दिया है. गौर करने वाली बात है कि राजेश सिंह इससे पहले सूरजपुर जिले के जिला शिक्षा अधिकारी DEO थे. और खुद मंत्री की अनुशंसा के बाद राज्य सरकार ने इनको शिक्षा मंत्री का OSD नियुक्त किया था. तो वही आज उसकी प्रकिया को दोहराते हुए राजेश सिंह को OSD के पद से हटा दिया गया है. वैसे हकीकत तो यही है कि स्कूल शिक्षा विभाग ने जब एक एक करके विभाग की कई तबादला सूची जारी की थी. तभी उसमे भारी अनियमितता और भ्रष्टाचार की महक आने लगी थी.