सही निकला ग्रामीणों का शक.. पकड़ा गया हत्यारा.. कुंए में फेंक दी थी लाश..!

अंबिकापुर (निलय त्रिपाठी) बतौली क्षेत्र के भटको पंचायत अंतर्गत लगरु ग्राम के एक कुएं में मिली लाश के संबंध में बतौली पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। पिछले दस दिनों से मामले को लेकर सरगर्मी बनी हुई थी। पुख्ता जांच के लिए ग्रामीणों ने थाने का भी घेराव कर दिया था। बढ़ते दबाव के बीच पुलिस ने फौरी जांच पूरी कर आरोपी की पकड़ने में सफलता प्राप्त की है।
बतौली थाना क्षेत्र अंतर्गत भटको पंचायत के लगरु ग्राम के कुएं में 20 दिसंबर को एक लाश तैरती हुई मिली थी ।सूचना पर बतौली पुलिस ने मृतक की शिनाख्त अशोक नगेशिया पिता बोध साय  नगेशिया  के रूप में होने के बाद लाश के  पंचनामा  पश्चात पोस्टमार्टम कराया था ।प्रथम दृष्टया जांच के बाद बतौली पुलिस ने नशे की हालत में मृतक के गिरने का अंदेशा  जताया था। बाद में ग्रामीणों ने पुख्ता जांच की मांग को लेकर बतौली थाने का घेराव भी कर दिया था।
बतौली पुलिस ने अंततः पुलिस अधीक्षक सरगुजा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सरगुजा, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस सीतापुर के मार्गदर्शन और निर्देशन में गवाहों और  संदेहियों से पूछताछ के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। इस संबंध में उप निरीक्षक ओमप्रकाश कुर्रे ने बताया कि मृतक अशोक नगेशिया दिनांक 16 दिसंबर को अपने मकान में काम कर रहे मजदूरों के लिए उदयनाथ कोरवा के घर में मुर्गा और शराब की व्यवस्था किया था। इसी घर में  उदयनाथ कोरबा, बबलू खैरवार उर्फ ब्रह्मा ,भोले खेरवार भी मुर्गा और शराब सेवन में शामिल थे। उसी दिन लगभग सात बजे मृतक अशोक नगेशिया और बबलू उर्फ ब्रह्म घर से अपने घर जाने के लिए साथ में निकले थे ।बीच रास्ते में दोनों के बीच मजदूरी भुगतान को लेकर विवाद हो गया।विवाद इतना बढ़ा कि आरोपी बबलू ने अशोक को पटक कर गला घोंटकर मार दिया और साक्ष्य छुपाने की नियत से शव को रोड किनारे स्थित पखना ढोढी कुआं में डाल दिया था।
सघन पूछताछ के बाद आरोपी ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है ।विवेचना के बाद परिस्थितिजन्य साक्ष्य के आधार पर आरोपी बबलू उर्फ ब्रह्मा खैरवार पिता शिव प्रसाद उम्र 21 वर्ष को रिमांड पर लेकर न्यायालय पेश किया गया है जहां से उसे जेल भेज दिया गया है ।बतौली  पुलिस की उक्त कार्रवाई में उपनिरीक्षक ओमप्रकाश कुर्रे ,सहायक उपनिरीक्षक शिव व्रत तिर्की ,शिवचरण साहू ,आरक्षक संजय कुमार कुजूर ,परवेज फिरदौसी ,रवि नारायण ,बहाल राम पैकरा सक्रिय रहे।