शिक्षक पंचायत प्रदेश के 146 विकास खंडो मे एक साथ धरना दे सौपेंगे ज्ञापन

अम्बिकापुर छत्तीसगढ़ शिक्षक पंचायत नगरीय निकाय मोर्चा ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए कहा है की शिक्षक पंचायत संवर्ग अपनी मांगों को लेकर 30 अक्टूबर 2017 को शासन वादाखिलाफी के खिलाफ व अपने अधिकार,हक व सम्मान की प्राप्ति के लिए प्रदेश के 1 लाख 80 हजार शिक्षक पंचायत संवर्ग अपने विकास खंड मुख्यालयो मे अपनी आवाज बुलंद करेंगे । “छत्तीसगढ़ शिक्षक पंचायत नगरीय निकाय मोर्चा” के बैनर तले प्रदेश के 146 विकास खंडो मे धरना-प्रदर्शन व रैली कर ज्ञापन सौंपा जाएगा ।छ.ग.पं./न.नि. शि. संघ के प्रांतीय महासचिव हरेन्द्र सिंह एवं प्रांतीय महामंत्री रंजय सिंह ने बताया कि शिक्षक प/न.नि संवर्गो के हित मे 9 सूत्रीय मांग को लेकर संघर्ष का आगाज विकास खंड मुख्यालयो से होगा। छ ग शिक्षक पं न नि मोर्चा में प्रदेश के शिक्षा कर्मी संघ एक जुट हो कर अपनी मांग रखेंगे..
सभी शिक्षक पंचायत संवर्ग से अपील है कि 30 अक्टूबर को सामूहिक अवकाश लेकर एक दिवसीय  आंदोलन के साथ 20 नवम्बर से अनिश्चितकालीन हड़ताल के लिए शासन को संदेश देवे, अपने हक, अधिकार व सम्मान के इस निर्णायक संघर्ष मे प्रदेश के 1 लाख 80 हजार ,,एक-एक शिक्षक पं/ननि सवर्ग सहभागी बनेंगे । छत्तीसगढ़ पंचायत नगरीय निकाय शिक्षक संघ के प्रांतीय महामन्त्री रंजय सिंह बताया कि हम इन  मांगो पर आवाज बुलंद करेंगे…
शिक्षक पंचायत समान कार्य हेतु समान वेतन के आधार पर समस्त शिक्षक पं/न नि संवर्ग को  शिक्षा व आजाक विभाग में संविलियन /शासकीयकरण करते हुवे क्रमोन्नति वेतनमान पर सातवाँ वेतनमान दिया जावे..
समस्त शिक्षक संवर्ग के लिए दो स्तरीय क्रमोन्नति/समयमान वेतनमान जारी किया जावे।
सहायक शिक्षक वर्ग को  व्याख्याता,शिक्षक के अंतर के अनुपात में समानुपातिक वेतनमान दिया जावे।
अप्रशिक्षित शिक्षक संवर्ग के लिए प्रशिक्षण की पूर्ण व्यवस्था करते हुवे, वर्तमान में उन्हें नियमित करते हुवे समयमान वेतनमान व पुनरीक्षित वेतनमान का लाभ दिया जावे साथ ही वेतनमान कटौती न किया जाए।
केबिनेट निर्णय का पालन करते हुवे शिक्षक संवर्ग को वरिष्ठता के आधार पर प्राचार्य,प्रधान पाठक के पद पर पदोन्नति किया जावे।
व्याख्याता,व्यायाम शिक्षक,उर्दू शिक्षको के पदोन्नति के लिए प्रावधान बनाकर पद स्वीकृत किया जावे।
समग्र वेतन(मूल वेतन,महगाई भत्ता ) में सी पी एफ कटौती,व् 2004 के पूर्व नियुक्त शिक्षको की जी पी एफ कटौती किया जावे।
प्रदेश के अन्य कर्मचारियो व शिक्षको के समान शिक्षक प/ननि संवर्ग के लिए खुली स्थानांतरण नीति बनाया जावे।
टेट व डी एड के बिना अनुकम्पा नियुक्ति का प्रावधान कर न्युनतम योग्यता के अभाव में चतुर्थ वर्ग पर भी अनुकम्पा नियुक्ति दिया जावे,,।