विधायक टीएस सिंहदेव 25 दिसम्बर को सुषासन दिवस मनाने पर जताई आपत्ति.. कहा इसाई समुदाय की धार्मिक भावना को ठेस

 

 

प्रेस विज्ञप्ति
अम्बिकापुर/विधायक टीएस सिंहदेव ने 25 दिसम्बर को सुषासन दिवस मनाने के सरकार के फैसले पर आपत्ति जताया है। उन्होंने इसे अव्यवहारिक एवं इसाई समुदाय की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने का कृत्य करार देतेे हुए सुषासन दिवस 25 दिसम्बर के अतिरिक्त और किसी दिन मनाने का आग्रह किया है।
प्रदेष कांग्रेस के उपाध्यक्ष टीएस सिंहदेव ने मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह को पत्र लिखकर अपनी आपत्ति जताते हुए कहा है कि 25 दिसम्बर को इसाई समुदाय प्रभू यीषू का जन्म दिवस क्रिसमस डे के रूप में सदियों से मनाता आ रहा है। विष्वभर में इस दिन अवकाष घोषित रहता है। इसाई धर्मावलंबी 24 दिसम्बर की रात से ही प्रार्थना और जष्न में डूबे रहते हैं। प्रषासन द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन को सुषासन दिवस के रूप में आयोजित कर गांव में अनिवार्य ग्रामसभा एवं ग्रामसभा में षत प्रतिषत उपस्थिति के लिये पंच, सरपंच व सचिवों को निर्देषित किया जाना उचित नहीं है।
श्री सिंहदेव ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी जी का जन्म दिवस मनाना स्वागत योग्य है, किन्तु 25 दिसम्बर को सुषासन दिवस और इसके परिपेक्ष्य में शत प्रतिषत ग्रामसभा का आयोजन किया जाना उचित नहीं है। श्री सिंहदेव ने कहा कि प्रदेष में धार्मिक सोहार्द की परंपरा के मजबूती की दुष्टि से प्रषासन को अपने इस निर्णय पर पुर्नविचार करना आवष्यक होगा। सुषासन दिवस एवं शत प्रतिषत ग्रामसभा का आयोजन सरकार चाहे तो किसी अन्य दिन भी हो सकता है, किन्तु एक धर्म विषेष के प्रमुख त्यौहार के दिन इस तरह का आयोजन उचित नहीं है।