CCTV और स्पीड गवर्नर के बिना चल रही बसों पर क्यों महरबान है RTO विभाग

यात्री सुरक्षा के लिए बनाये नियमो की हो रही अनदेखी

 

अम्बिकापुर- दीपक सराठे

 

 

परिवहन विभाग के आदेशो का यात्री व स्कूल बस आपरेटर खुले आम उल्लंघन कर रहे है। यात्री सुरक्षा के लिए दिए गए आदेश को तो तीन साल बीत गये परन्तु कई यात्री बसों में ना तो सीसीटीव्ही लग सकी है और ना ही स्पीड गवर्नर का ही कोई अता पता दिख रहा है। यात्री सुरक्षा की अनदेखी व नियमो का उल्लंघन करने वालो पर आरटीओ की नजर अभी तक इनायत नहीं हुई है या फिर इनकी मेहरबानी के कारण ही नियमो की धज्जियां उड़ाई जा रही है। यही हाल शहर में संचालित कई स्कूल बसों का है अभी भी कई स्कूल बस अनफिट है परन्तु उनके फिटनेस को लेकर स्कूल संचालक गंभीर नहीं है।

वर्ष 2014 में परिवहन विभाग ने सभी क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय के अधिकारियों को निर्देश जारी कर यात्री बस, स्कूल बसों में क्लोज सर्किट कैमरे स्पीड गवर्नर और जीपीएस सिस्टम लगाने कहा था इस आदेश को महीने भर के अन्दर पूरा भी करना था। आदेश के लगभग तीन साल बीत गए परन्तु वर्तमान की बात करे तो लगभग 60 से 70 फीसदी बसों में निर्देशों का पालन नहीं किया गया है। हालाकी दूसरी बार निर्देश दिए जाने के बाद कुछ नाम मात्र स्कूल बसों व एकाध दो यात्री बसों में सिस्टम लगवाया गया है। इतना ही नहीं हर साल स्कूली बस की जांच में फिटनेस फेल होने का सिलसिला भी बदस्तूर जारी है। स्कूली बच्चो और यात्री की सुरक्षा की अनदेखी पर महज जुर्माने की कार्यवाही कर बस संचालको को छोड़ दिया जाता है इसी का नतीजा है की यात्री बस और स्कूल बस आपरेटर नियमो का उल्लंघन करते रहते है।

 

 

पेंटिंग कर चला रहे अनफिट बसे

वही बस संचालक चमकदार पेंटिग कर अनफिट व पुराने वाहनो को चला रहे है। ज्यादातर बसो की रंगाई पोताई कर हर साल आपरेट काराया जा रहा है। कंडम बसों का फिटनेस भी आर टी ओ ओके कर देता है। यही वजह है की स्पीड कंट्रोल बसों में नहीं होने से हादसे होते है। सबसे ज्यादा लापरवाही यात्री बसों के फिटनेस में बरती जा रही है। इसकी सुध अफसर भी नहीं लेते ।

 

 

दम घुटता है यहाँ के बस स्टैंड

क्षेत्रीय परिवहन विभाग द्वारा लगातार बसों का परमिट दिए जाने से बसों की संख्या में इतनी ज्यादा वृद्धी हो चुकी है की अब उसके लिए मात्र एक बस स्टैंड काफ़ी नहीं रह गया है। स्थानीय अंतर्राज्यीय प्रतीक्षा बस स्टैंड से रोजाना तीन सौ से ज्यादा बसे आती और जाती है। बस स्टैंड के हालात देखे तो बसे आड़ी तिरछी इस प्रकार खडी होती है जिससे दम घुटने जैसा माहौल बन जाता है।

 

 

एस.एस.कौशल क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी

इस सम्बन्ध में क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी एस एस कौशल ने फटाफट न्यूज संवाददाता से  कहा की हमारी जानकारी में लगभग यात्री बसों में सीसीटीव्ही लगा दिया गया है यह और बात है की वह सीसीटीव्ही चालू है या नही, इसकी जानकारी मुझे नहीं है। अगर किसी यात्री व स्कूल बसों में नियमो की अनदेखी की गई है तो उसकी जांच कराई जाएगी।