फिर ट्रेलर बना काल .. आक्रोशित लोगो ने किया आग के हवाले….

  • हाईवा की ठोकर से मोटरसायकल सवार युवक की दर्दनाक मौत, एक गंभीर
  • आक्रोशित ग्रामीणों ने हाईवा को किया आग के हवाले,एक दर्जन से अधिक वाहनों में तोडफ़ोड़, राष्ट्रीय राजमार्ग पर दो घंटा से अधिक चक्काजाम
  • भीड़ को नियंत्रण करने पुलिस ने किया बल प्रयोग

 

अम्बिकापुर

अम्बिकापुर 29 मई। अम्बिकापुर-बिलासपुर मुख्य मार्ग में रविवार की दोपहर अम्बिकापुर नगर से महज 5 किलोमीटर दूर स्थित मेण्ड्राकला के पास हाईवा की ठोकर से मोटरसायकल सवार एक युवक की दर्दनाक मौत हो गई व एक गंभीर रूप से घायल हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हाईवा वाहन के चालक ने मोटरसायकल सवार दो युवकों को पीछे की ओर से अपनी चपेट में लेते हुये लगभग 200 मीटर तक घसीटते हुये सड़क किनारे गड्डे में जा फंसा। घटना के बाद चालक मौके से फरार हो गया। घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने हाईवा वाहन को आग के हवाले कर दिया और दर्जन भर से अधिक कोल वाहनों में तोडफ़ोड़ की। इसके पश्चात ग्रामीणों ने लकड़ी रखकर राष्ट्रीय राजमार्ग पर चक्काजाम कर दिया। चक्काजाम, आगजनी व वाहनों में तोडफ़ोड़ होने की खबर पर अम्बिकापुर एसडीएम श्री सिंह, प्रशिक्षु आईपीएस व अम्बिकापुर सीएसपी जितेंद्र शुक्ला एवं अपर कलेक्टर मौके पर पहुंचे। घटनास्थल पर फायर ब्रिगेड की वाहन हाईवा में लगे आग को बुझाने के लिये पहुंची। फायर ब्रिगेड की वाहन जैसे ही वाहन में लगी आग को बुझाने लगी, ग्रामीण और उग्र हो गये। इस बीच पुलिस ने हल्का बल का प्रयोग किया और स्थिति को नियंत्रित किया। अगर समय रहते वाहन में लगे वाहन को नहीं बुझाया जाता तो ब्लास्ट हो सकता था, हालांकि हाईवा पूरी तरह जलकर खाक हो गई। चक्काजाम के कारण लगभग एक किलोमीटर तक वाहनो की कतारें घंटो लगी रही। घटना को देखते हुये प्रशासनिक व आला पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर गांधीनगर पुलिस, कोतवाली पुलिस, मणीपुर पुलिस व अतिरिक्त पुलिस बल भारी संख्या में पहुंचे और स्थिति को नियंत्रण करने के प्रयास में लगे थे। ग्रामीणों का कहना था कि उक्त मार्ग में आये दिन कोल वाहनों से लोगों को अपनी जान गवानी पड़ती है। इस ओर न तो कोई जनप्रतिनिधि ध्यान दे रहा है और न ही प्रशासन। आखिर कब तक इस मार्ग में कोल वाहनों द्वारा मौत का खेल चलता रहेगा। प्रशासनिक अधिकारी काफी देर तक आक्रोशित ग्रामीणों को समझाईश देते रहे। ग्रामीणों की मांग थी कि मृतक के परिजन को उचित मुआवजा दिलाया जाये, उसके बाद ही चक्काजाम समाप्त किया जायेगा। प्रशासनिक अधिकारियों ने अदानी के अधिकारियों से बातचीत कर उचित मुआवजा दिलवाने का आश्वासन दिया। आश्वासन के बाद 2 घंटे बाद चक्काजाम समाप्त हुआ। 2e

जानकारी के मुताबिक सूरजपुर जिला के प्रतापपुर क्षेत्र के ग्राम सोनपुर मसगा निवासी आलोक यादव पिता अम्बिका यादव उम्र 18 वर्ष व अम्बिकापुर दर्रीपारा निवासी अजीत गुप्ता पिता अर्जुन गुप्ता उम्र 30 वर्ष एक मोबाईल कंपनी की फ्रेंजआईजी के काम से लखनपुर मोटरसायकल से जा रहे थे। उसी दौरान मार्ग में मेण्ड्राकला के पास पीछे की ओर से आ रही अदानी की कोल वाहन के चालक ने तेज एवं लापरवाहीपूर्वक वाहन चलाते हुये मोटरसायकल सवार को अपनी चपेट में ले लिया। अजीत गुप्ता तो सड़क किनारे गिर गया, लेकिन आलोक यादव मोटरसायकल सहित हाईवा वाहन में फंसा रहा। वाहन चालक ने लगभग 200 मीटर दूर तक मोटरसायकल व आलोक यादव को घसीटते हुये सड़क किनारे गड्डे में जाकर फंस गई। उसके बाद चालक हाईवा वाहन को रोका और मौके से फरार हो गया। घटना में आलोक यादव की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। घटना को जिस किसी ने देखा उसके रोंगटे खड़े हो गये। इस दर्दनाक हादसे से ग्रामीण आक्रोशित हो उठे और वाहन को आग के हवाले करते हुये चक्काजाम कर दिया और उदयपुर की ओर से आने वाली कोल वाहन व अम्बिकापुर की ओर से जाने वाली अदानी की दर्जनों कोल वाहनों में ग्रामीणों ने जमकर तोडफ़ोड़ की। घटना में अजीत गुप्ता गंभीर रूप से घायल है जिसे उपचार हेतु अम्बिकापुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की सूचना पर मृतक के परिजन मौके पर पहुंचे और इस हृदय विदारक घटना को देखकर परिजनों के आंसू नहीं थम रहे थे और नम आंखो से उनका कहना था कि कोई उसके चिराग को वापस लौटा दे। गौरतलब है कि अम्बिकापुर-बिलासपुर मार्ग में अदानी की कोल वाहनों से आये दिन दर्दनाक हादसे होते रहते हैं और बेकसूर ग्रामीणों को अपनी जान गवानी पड़ती है। फराटे से सड़क पर दौड़ते इन कोल वाहनों के ऊपर किसी का नियंत्रण नहीं है, जिस कारण आये दिन ऐसे दर्दनाक हादसे होते रहते हैं।

महज पांच दिन पहले ही एक दुर्घटना में बाल बाल बची महिला की खबर फटाफट न्यूज ने लगाकर पुलिस प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया गया था, और आज फिर ट्रेलर की रफ्तार बनी एक मौत का कारण बनी

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