मुख्यमंत्री आज करेंगे सिरपुर महोत्सव का शुभारंभ : हर शाम सांस्कृतिक कार्यक्रमों के खिलेंगे इन्द्रधनुषी रंग

नागरिकों के लिए राजधानी से सिरपुर

तक तीन दिनों तक निःशुल्क बस सेवा
राज्य और देश के अनेक जाने-माने कलाकार देंगे अपने कार्यक्रम

रायपुर, 03 जनवरी 2014

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह कल चार जनवरी को राज्य के प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थल सिरपुर के लगभग डेढ़ हजार वर्ष पुराने लक्ष्मण मंदिर परिसर में तीन दिवसीय सिरपुर राष्ट्रीय नृत्य एवं महोत्सव का शुभारंभ करेंगे।DSC 0291cccc डॉ. सिंह इस कार्यक्रम के लिए राजधानी रायपुर से शाम पांच बजे हेलीकाप्टर द्वारा रवाना होकर 5.30 बजे सिरपुर (जिला महासमुंद) पहुंचेंगे और वहां मेला स्थल पर विभिन्न निर्माण कार्यों का शिलान्यास करेंगे और शासन की विभिन्न योजनाओं के तहत हितग्राहियों को चेक तथा प्रमाण पत्र भी प्रदान करेंगे। डॉ. सिंह शाम 6.30 बजे सिरपुर राष्ट्रीय नृत्य एवं संगीत महोत्सव 2014 का शुभारंभ करेंगे और रात्रि 8.40 बजे तक समारोह में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री वहां से कार द्वारा रात्रि 8.40 बजे रवाना होकर 9.40 बजे रायपुर लौट आएंगे।
सिरपुर महोत्सव के लिए प्रदेश सरकार के उपक्रम छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल ने नागरिकों को राजधानी रायपुर से तीन दिनों तक लगातार निःशुल्क बस सेवा देने की भी घोषणा की है। स्थानीय नगर घड़ी चौक से और तेलीबांधा स्थित पर्यटन मंडल के होटल छत्तीसगढ़ परिसर से महोत्सव के दौरान चार जनवरी से छह जनवरी तक प्रतिदिन अपरान्ह तीन बजे विशेष बसों को रवाना किया जाएगा। इच्छुक नागरिक और पर्यटक इस सुविधा का लाभ ले सकते हैं। ये बसें सिरपुर महोत्सव के कार्यक्रमों के बाद रात्रि नौ बजे वहां रायपुर के लिए रवाना होंगी।        उल्लेखनीय है कि सिरपुर में छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल द्वारा आयोजित किया जा रहा यह दूसरा वार्षिक नृत्य और संगीत महोत्सव है। इस वर्ष चार जनवरी को मुख्यमंत्री के मुख्य आतिथ्य में होने वाले महोत्सव के शुभारंभ समारोह की अध्यक्षता प्रदेश के पर्यटन और संस्कृति मंत्री श्री अजय चंद्राकर करेंगे। राज्य शासन के विशेष आमंत्रण पर समारोह के शुभारंभ कार्यक्रम में कोरिया गणराज्य के भारत स्थित राजदूत श्री ली जंूग्यू ने अपने आने की सहमति प्रदान कर दी है। समारोह में महासमुंद के लोकसभा सांसद श्री चन्दूलाल साहू, विधायक श्री विमल चोपड़ा और पूर्व राज्य मंत्री श्री पूनम चन्द्राकर सहित अध्यक्ष जिला पंचायत महासमुंद श्रीमती सरला कोसरिया, अध्यक्ष जनपद पंचायत महासमुंद श्रीमती छाया चन्द्राकर तथा ग्राम पंचायत सिरपुर की सरपंच श्रीमती पुष्पा यादव समारोह में विशेष अतिथि के रूप में शामिल होंगी।
सिरपुर महोत्सव में इस वर्ष भी तीन दिनों तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों के इन्द्रधनुषी रंग खिलते रहेंगे। इसके अलावा छत्तीसगढ़ की पारम्परिक कला-विधाओं पर तीन दिनों तक युवाओं और बच्चों के लिए प्रशिक्षण कार्यशाला का भी आयोजन किया जाएगा। इसके अंतर्गत पारम्परिक वाद्य यंत्र निर्माण, लोक नृत्य और बेलमेटल हस्तशिल्प का प्रशिक्षण दिया जाएगा। कल चार जनवरी को महोत्सव के शुभारंभ सत्र की सांस्कृतिक संध्या में देश एवं प्रदेश के लोक नृत्यों एवं लोकगीतों की प्रस्तुति होगी। छत्तीसगढ़ के लोकप्रिय पंथी और कर्मा नृत्यों का भी प्रदर्शन किया जाएगा। राज्य की लोकप्रिय भरथरी गायिका श्रीमती सुरूज बाई खांडे भी कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगी। देश के विभिन्न राज्यों के लोक नृत्यों का विशेष कार्यक्रम ‘अतुल्य भारत‘ शीर्षक से प्रस्तुत किया जाएगा। इसके बाद ‘समन्वय‘ शीर्षक से भारतीय शास्त्रीय नृत्य की पांच शैलियों की मनमोहक प्रस्तुति होगी। प्रथम दिवस के कार्यक्रम के अंतिम चरण में बडे़ गाजी खान बरना एवं उनकी मण्डली द्वारा राजस्थानी लांगा एवं मांगणियार गायकी का प्रस्तुतिकरण होगा।
अगले दिन 5 जनवरी को छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध गौर माड़िया नृत्य, राउत नाचा और ददरिया गीतों की प्रस्तुति होगी। मुम्बई की राजश्री शिरके और उनकी मण्डली के कलाकार कत्थक नृत्य का प्रदर्शन करेंगे। कार्यक्रम की अगली कड़ी में ‘छाऊ नृत्य‘ के मंजे हुए कलाकार श्री संतोष नायर एवं समूह द्वारा ‘ट्रीनिटी‘ थीम पर नृत्य का मंचन करेंगे। दूसरे दिन पांच जनवरी की सांस्कृतिक संध्या में प्रख्यात गायक बन्धु पद्मश्री सम्मान प्राप्त वडाली ब्रदर्स सुफियाना संगीत प्रस्तुत करेंगे। महोत्सव समापन दिवस पर 6 जनवरी को छत्तीसगढ़ी की प्रसिद्ध पण्डवानी गायिका, पद्म भूषण अलंकरण से सम्मानित श्रीमती तीजन बाई का कार्यक्रम होगा। इस मौके पर छत्तीसगढ़ के जशपुर और सरगुजा अंचल के लोकप्रिय सरहुल नृत्य और सैला नृत्य का भी प्रदर्शन होगा। श्री संतोष नायर के नृत्य निर्देशन में वन्दना का प्रस्तुतिकरण होगा। प्रसिद्ध कलाकार श्रीमती अरूणा मोहंती एवं उनके समूह द्वारा ओडिसी नृत्य का प्रदर्शन किया जाएगा। समापन दिवस की सांस्कृतिक संध्या में प्रसिद्ध शास्त्रीय गायिका, पद्मश्री सम्मान प्राप्त श्रीमती शुभा मुदगल का गायन भी होगा। इस मौके पर प्रीति पटेल के अंगिका समूह द्वारा मणिपुरी बैले नृत्य का प्रदर्शन भी लोगों के आकर्षण का केन्द्र होगा।