फर्जी पीट पास के आरोपी को जेल वार्ड में नही मिला स्ट्रेचर..तो दे दिया VIP ट्रीटमेंट..परिजनों के साथ गप्पे लड़ा रहा था आरोपी!..

अम्बिकापुर..19जुलाई को कोर्ट परिसर के बाहर से गिरफ्तार किए गए फर्जी तरीके से लीज अवधि बढ़ाने व पीट पास जारी करने के मामले में क्रशर संचालक रमेश मित्तल की गिरफ्तारी पुलिस ने की थी..और कोर्ट में पेश किया था..और कोर्ट ने आरोपी रमेश मित्तल को जेल भेज दिया था..लेकिन रमेश मित्तल ने जेल में अस्वस्थ्य होने का हवाला दिया था..जिसके बाद रमेश मित्तल को मेडिकल कालेज के जेल वार्ड में शुक्रवार की शाम जेल वार्ड में शिफ्ट किया गया था..वही रमेश मित्तल अस्पताल में बेड पर तो नही था..बल्कि जेल वार्ड के बाहर अपने परिजनों के गप्पे लड़ाते देखा गया था..हालांकि इस मसले पर इन पंक्तियों के लिखे जाने तक जेल प्रबंधन से सम्पर्क नही हो सका..

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जानकारी के मुताबिक रमेश मित्तल ने घुटने में चोट और बोलने में हो रही परेशानी की शिकायत की थी..जिसके बाद उसे जेल वार्ड में शिफ्ट किया गया था..और वह शनिवार की सुबह जेल वार्ड के बाहर बैठकर परिजनों के साथ गप्पे लड़ाते हुए देखा गया था..जिसको लेकर कई तरह के प्रश्न चिन्ह उठ रहे हैं..

वही कुछ लोगों की आपत्ति के बाद उसे वार्ड के अंदर ले जाया गया.जबकि ड्यूटी में तैनात जेल वार्ड प्रहरी का इस मसले पर अलग ही तर्क है.. उसका कहना है कि.. स्ट्रेचर नहीं मिल रहा था इसलिए उसे बाहर बैठा कर रखे थे.

बता दे कि फर्जी पीट पास जारी करने व लीज अवधि बढ़ाने की शिकायत करने वाले प्रार्थी विवेक गोयल का आरोप है कि रमेश मित्तल को जेल प्रहरियों द्वारा अस्पताल के वार्ड में स्पेशल ट्रीटमेंट दिया जा रहा है जो गलत है..जबकि क्रशर संचालक के बीमारी के सम्बन्ध में नाक,कान,गला विभाग के डॉक्टर शैलेंद्र गुप्ता के मुताबिक रमेश मित्तल के गले के अंदर चोट है जिससे सूजन आ गई है उसे बीपी और शुगर दोनों है..

शासन को लगाया था चूना!..
शासन से मिले 10 वर्ष की लीज अवधि को कूटरचना कर 40 वर्ष कर देने व फर्जी पीट पास जारी कर शासन को लाखों रुपए की आर्थिक क्षति पहुंचाने के मामले में पुलिस ने शुक्रवार को न्यायालय परिसर के बाहर से क्रशर संचालक रमेश मित्तल को गिरफ्तार किया था..और इस मामले में 5 आरोपी थे जिनमें 4 की गिरफ्तारी पुलिस ने पहले ही कर ली थी..लेकिन 7 महीने से फरार चल रहे अंबिकापुर नगर के कुंडला सिटी निवासी रमेश मित्तल पुलिस गिरफ्त से फरार चल रहा था..रमेश मित्तल और उसके अन्य साथियों के विरुद्ध 31 दिसंबर 2018 को धौरपुर थाने में फर्जी पीट पास जारी करने के मामले में पुलिस ने अपराध दर्ज किया था..