प्रशासन ने छात्रो की फीस कराई वापस : यूनिक कंप्यूटर एजुकेशन कालेज का मामला

अम्बिकापुर

फर्जी इंस्टीट्यूट संचालित करके मोटी रकम ऐंठने वाले एक संस्थान पर आज प्रशासन ने कार्यवाही की है। अपनी कार्यवाही मे प्रशासन और पुलिस ने पहले इस संस्थान को सील कर दिया गया था। लेकिन आज शाम से शुरु कार्यवाही मे प्रशासन ने उन छात्रो की फीस वापस करवाई । जो इस फर्जी संस्थान के रिजल्ट के इंतजार मे अब दूसरे इंस्टीट¬ूट से कोर्स पूरा कर चुके है।Untitled_0009

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संचालक

शहर के बनारस रोड स्थित यूनिक कंप्यूटर सेंटर के खिलाफ कुछ छात्रो ने कलेक्टर से कुछ दिन पहले शिकायत की थी। कि संस्थान के संचालक ने उन्हे डी.सी.ए, पीजीडीसीए और अन्य कोर्से कराने के नाम पर फीस भी ली और परीक्षा भी दिलाई। लेकिन परीक्षा के दो साल बाद भी संस्था ने उनके रिजल्ट उन्हे नही दिए थे। आलम ये है कि इस संस्थान की धोखाधडी के शिकार ज्यादातर छात्रो ने यंहा के रिजल्ट की आश छोड कर दूसरे संस्थानो से अपना कोर्स कर लिया है। और अब यूनिक कंप्यूटर मे जमा अपनी फीस वापस लेना चाहते है।

एक महीने पहले कलेक्टर से हुई शिकायत के बाद प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम ने वैसे तो यूनिक कंप्यूटर के दफ्तर को सील किया था। लेकिन उसके बाद आज प्रशासन ने धोखाधडी के शिकार तकरीबन 40 छात्रो मे से 15 छात्रो को 78 हजार रुपए की फीस वापस करा दी है। वही बचे छात्रो की ठगी गई फीस दीपावली के बाद वापस कराने का आ·ाासन प्रशासन द्वारा दिया गया है।

छात्रो से फर्जीवाडा करके अब तक लाखो रुपए की ठगी करने वाले यूनिक कंप्यूटर एजुकेशन के संचालक के खिलाफ वैसे तो अब तक कोई कानूनी कार्यवाही नही हुई है। लेकिन ऐसे मे अगर छात्रो से ठगी गई फीस की रकम ही वापस हो जा रही है ..तो कम से कम आदिवासी छात्रो को न्याय तो मिल ही जाएगा।