प्रशासन की बड़ी भूल.. संसदीय सचिवों के प्रोटोकाल का हुआ उल्लंघन..!

@Sanjayyadav

हसदेव महोत्सव में अतिथियों के प्रोटोकाॅल का उल्ल्घंन

जिला प्रशासन की बड़ी भूल, सत्ता मे बैठे संसदीय सचिवों का अपमान

निमंत्रण कार्ड में संसदीय सचिव का नाम मुख्य अतिथि के नीचे लिखने से हुआ विवाद की स्थिति

जांजगीर चांपा चांपा के भालेराय मैदान मे तीन दिवसीय हसदेव लोक महोत्सव एवं औ़द्योगिक मेला का आयोजन जिला प्रशासन द्वारा काराया जा रहा हैं. जिसमें कवि सम्मेलन के साथ बालीवुड के कलाकारो द्वारा संस्कृति कार्यक्रमों का आयोजन होना हैं. कार्यक्रम का आयोजन जिला प्रशासन एवं महोत्सव समिति द्वारा किया जा रहा है। कार्यक्रम के उद्घाटन आज जांजगीर चांपा सांसद कमला देवी पाटले के कर कमलो से होगा। वही समापन समारोह 29 जनवरी को मुख्य अतिथि पूर्व केन्द्रीय मंत्री चरण दास मंहत को बनाया गया है .

लेकिन जिला प्रशासन के इस कार्यक्रम में निमत्रंण कार्ड में प्रेाटोकाल का उल्लंघन करते हुये जिला प्रशासन यह ख्याल रखना भूल गया कि अंबेश जागंडे एंव यु़द्ववीर सिंह जुदेव का नाम निमंत्रण कार्ड मे विधायक मेाती देवागंन विधायक के नीचे मे लिखा गया। अंबेश जागडें,युद्ववीर सिंह जुदेव भाजपा के संसदीय संचिव होने के नाते प्रोटोकाॅल मे उनका नाम मुख्य अतिथि उपर होना था. इतनी बड़ी भूल आयोजन समिति से हो सकती पर जिला प्रशासन के इस कार्यक्रम में यह भूल जाना प्रोटोकाॅल का उल्लंघन हैं । अब देखनाा होगा की जिला प्रशासन सत्ता मे बैठे संसदीय संचिव इस कार्यक्रम में उपस्थित होते है या नही .

वही कार्यक्रम मे आयोजन समिति ने कई प्रकार के विवाद को खड़ा कर दिया है . नाम नही छापने के शर्त पर एक निजी स्कूल के संचालक ने बताया कि आयोजन के लिए उन्हे सहयोग करने का दबाव बनाया जा रहा है. उनके द्वारा लिखित मेे आयोजन समिति द्वारा लेटर भेजा जा रहा है . इस प्रकार देखा जाये तो यह महोत्सव पूरी तरह अपने उददेश्य से भटक गया हैं. आयोजन समिति द्वारा खुले आम चंदे की वसुली की जा रही है. जहां कार्यक्रम आयोजन जिला प्रशासन द्वारा कराया जा रहा है तो आयोजन समिति द्वारा निजी स्कूल संचालको से चंदे की वसुली करना कहां तक उचित है. यह एक बड़ा सवाल है. अब देखना होगा की जिला प्रशासन इस महोत्सव की गरिमा को बचा रख पाती है कि नही।

हसदेव महोत्सव में जीवनदायिनी हसेदव की र्दूदशा
जिस उददेश्य से आयोजन समिति व जिला प्रशासन हसदेव महोत्सव को आयोजन कर रही है वह अपने मूल उददेश्य से भटक गई है. यहां सिर्फ चंदा वसुली व नाच गांने के लिए महोत्सव को आयोजन किया जा रहा हैं . जीवनदायिनी हसदेव नही की र्दुदशा किसी से छीपी नही है. यह आयेाजन लगातार तीन वर्षो से हो रहा है पर अभी तक न तो हसदेव नदी की सफाई हुई और नही,नदी की इस निर्मल जल संरक्षण के लिए केाई खास प्रयास हुआ. जिला प्रशासन का भी ध्यान भी इस ओर नही जाता .लेकिन सिर्फ नांच गाने के लिए लाखो रूपये प्रत्येक वर्ष लुटा जाता है।

औद्योगिक मेला नाम मात्र का
इस मेला में एक नाम और जुड़ा हुआ है . हसदेव महोत्सव एवं औद्योगिक मेला लेकिन इस मेंले कही इस पर किसी प्रकार की चर्चा नही होती और न ही किसी औद्योगिक इकाई का स्टाॅल लगाया जाता . जिससे यहां के पढे लिखे लोगो की अपने क्षेत्र में हो रहे औद्योगिकरण की जानकारी मिल सके।

कोसा,कांसा,कंचन से दूर है महोत्सव
चांपा नगर वर्षो से कांसा,कोसा ,कंचन के लिए पूरे देश में प्रसिद्व है . लोग चांपा को कोसा,कांसा कंचन के लिए खास पहचान देश दुनिया मे मिली पर आयोजन समिति व जिला प्रशासन इस को भूल गया है इस आयोजन किसी प्रकार कांसा,कोसा व कंचन के संरक्षण व इस ओर चर्चा नही करती।