नोट बंदी के असर का संयुक्त सचिव श्री पिंगुआ ने लिया जायजा 

बैंक, एटीएम, पोस्ट ऑफिस, ग्राहक सेवा केन्द्र एवं धान खरीदी केन्द्र का किया अवलोकन
अम्बिकापुर
भारत सरकार के जनजातीय मामलों के मंत्रालय में संयुक्त सचिव श्री मनोज कुमार पिंगुआ द्वारा आज सरगुजा एवं सूरजपुर जिले के विभिन्न सार्वजनिक एवं निजी बैंक, पोस्ट ऑफिस, एटीएम, किराना दुकान, धान खरीदी केन्द्र एवं ग्राहक सेवा केन्द्रों का अवलोकन करते हुए पुराने 500 एवं 1000 के नोट बंद होने पर उत्पन्न स्थिति का जायजा लिया गया। बैंकर्स, दुकानदार, सब्जी विक्रेता, बैंक खाताधारी सहित आम लोगों ने 500 एवं 1000 के नोट के बंद करने की पहल को सार्थक बताया। इस दौरान बैंक के अधिकारियों ने बताया कि नोट बंद होने के तत्काल पष्चात् बैंको में नोट बदलने वालों की लम्बी कतार लगती थी, किन्तु वर्तमान में स्थिति लगभग सामान्य हो चुकी हैं। उन्होंने बताया कि प्रायः सभी बैंको में पुराने नोट बदलने, राषि जमा करने एवं निकालने की सुविधा प्रदान की गई, किन्तु जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक में नोट बदलने की सुविधा उपलब्ध नहीं थी। अग्रणी जिला प्रबंधक सुश्री दीक्षा डोंगरे एवं श्री बिहारी लकड़ा ने बताया कि चेस्ट में 100 रूपये तथा छोटे नोट की पर्याप्त उपलब्धता नहीं होने के कारण सभी बैंकों को मांग के अनुसार राषि की अपूर्ति नहीं की जा रही है, किन्तु चेस्ट में उपलब्ध राषि के अनुसार सभी बैंको को राषि दी जा रही है। सभी ने बताया कि 500 के नये नोट आने पर स्थिति बिल्कुल सामान्य हो जायेगी। बैंको के निरीक्षण के दौरान किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से ऋण की उपलब्धता तथा विवाह के लिए राषि की मांग के संबंध में भी जानकारी प्राप्त करने पर बैंकर्स ने बताया कि राषि की उपलब्धता के अनुसार संबंधितों को वांछित राषि उपलब्ध करायी जा रही है। सेन्ट्रल बैंक, छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक एवं पोस्ट ऑफिस के प्रबंधकों ने बताया कि वर्तमान में 100, 50, 20 एवं 10 रूपये के नोट की कमी हैं, किन्तु 2000 के नोट पर्याप्त संख्या में उपलब्ध है।  बैंक ऑफ बड़ौदा, एचडीएफसी एवं एक्सिस बैंक के प्रबंधकों ने बताया कि उनके बैंक में रायपुर से करेंसी उपलब्ध करायी जा रही है तथा 100-100 के नोट एटीएम में प्रतिदिन 2 से 3 बार डाले जा रहे हैं एवं 2000 के नोट बैंको के खाताधारियों को उपलब्ध कराया जा रहा है। बैंकर्स ने बताया कि नोट बदलने वालों को स्याही लगाने की सूचना पर अनायास ही नोट बदलने वालों  की संख्या में कमी आ गई।
धान खरीदी केन्द्र सिलफिली एवं जयनगर के अवलोकन के दौरान बताया गया कि धान खरीदी अभी प्रारंभ नहीं हुई है, किन्तु खरीदी प्रारंभ होते ही प्रत्येक समिति में भुगतान हेतु प्रतिदिन 1-1 करोड़ रूपये की आवष्यकता होगी। कलेक्टर भीम सिंह एवं  जी.आर. चुरेन्द्र ने एलडीएम को मांग के अनुसार जिला सहकारी केन्द्रीय बैंको एवं डाकघर की गांवों में संचालित शाखों में भी राषि उपलब्ध कराने के निर्देष दिये। पोस्ट ऑफिस के निरीक्षण के दौरान उप डाकघर में 2000 के नोटों की उपलब्धता,  किन्तु छोटे नोटों की कमी पायी गयी। उप डाकघर में वांछित राषि उपलब्ध नहीं होना पाया गया। कुछ एटीएम में 2000 के नोट उपलब्ध पाये गये तथा कुछ नोटों से रहित पाये गये। स्टेट बैंक द्वारा कियोस्क के रूप में संचालित ग्राहक सेवा केन्द्रों में आवष्यकता के अनुसार राषि उपलब्ध होना पाया गया, किन्तु छोटे नोट की कमी पायी गई। अधिकारियों द्वारा ग्राहक सेवा केन्द्र सिलफिली, विश्रामपुर स्थित सेन्ट्रल बैंक, कैनरा बैंक, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक, ग्रामीण बैंक, उप डाकघर, ग्राहक सेवा केन्द्र, किराना दुकान तथा मेण्ड्राकला स्थित ग्रामीण बैंक, भिट्ठीकला स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा, अम्बिकापुर स्थित एचडीएफसी एवं एक्सिस बैंक सहित अन्य संस्थानों का निरीक्षण किया गया। इस दौरान अम्बिकापुर के अनुविभागीय राजस्व अधिकारी पुष्पेन्द्र शर्मा, खाद्य अधिकारी उमेष पटेल, कोऑपरेटिव बैंक के नोडल अधिकारी पुरूषोतम परिहार, डीआरसीएस  अवधेष मिंज,  आर.पी. सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।