नए साल में कांकेर जिले को मिली नई सौगात.. पहली बार पहुंचा रेल इंजन..!

कांकेर (कृष्णमोहन कुमार) नए साल में कांकेर जिले को नई सौगात मिली है,जिले के भानुप्रतापपुर में पहली बार रेल इंजन पहुँचा है,जिसे देखने लोगो का हुजूम उमड़ पड़ा है,गुदुम से भानुप्रतापपुर तक रेल इंजन का सफलता पूर्वक  परीक्षण किया गया है। दरसल छत्तीसगढ़ राज्य के नक्सल प्रभावित उत्तर बस्तर कांकेर जिले में रावघाट परियोजना के तहत लौह पथ गामिनी (रेल ) की जाल फैलाई जा रही है,और  इसी के तहत रेल की पटरियों को बिछाने के साथ ही भारतीय रेल ने आज उन पटरियों पर रेल इंजन दौड़ा कर सफलता पूर्वक परीक्षण किया है,भानुप्रतापपुर पहुँचे रेल इंजन को लोग उत्साहित होकर देखने पहुँचने रहे है। विदित हो कि बालोद जिले के दल्लीराजहरा से कांकेर जिले को रेल्वे लाईन से जोड़ने रावघाट परियोजना पर भारतीय रेल काम कर रही है,तथा जब से यह परियोजना शुरू हुई थी,तब से उत्तर बस्तर कांकेर जिले के निवासियों ने अपने जिले में ट्रेन देखने का सपना संजोया था,जो आज वर्ष 2018 के आते ही पूरा हो गया। वही उत्तर बस्तर में प्रचुर मात्रा में भूमिगत लौह अयस्क का भंडार है,जिसे निकालने के संसाधन तो थे,लेकिन उचित माध्यम से परिवहन सुविधा नहीं मिल पाने के चलते रावघाट परियोजना बनाई गई थी।