चिटफंड कंपनी पर पौने दो करोड़ के गबन की शिकायत

  • एजेंट ने कहा निवेशक कर रहे तंग, कंपनी से जुड़े लोग दे रहे धमकी

अम्बिकापुर

शासन-प्रशासन द्वारा पूर्व में सील कर दी गई आईडोल इंडिया चिटफंड कंपनी का एक और मामला सामने आया है। कंपनी के सील होने के बाद भी उनके दबाव में आकर एजेंट द्वारा लोगों से पैसा जमा करवाया जा रहा था। अब कंपनी के लोगों द्वारा रूपये नहीं लौटाने से जहां एजेंट निवेशकों से तंग हो चुका है, वहीं दूसरी तरफ कंपनी से जुड़े लोगों द्वारा एफआईआर करवाने पर जान से मारने की धमकी देने की शिकायत आज कोतवाली में कंपनी के एजेंट ने की है। हालांकि कंपनी सील होने के बाद भी एजेंट द्वारा लोगों से पैसा जमा करवाने के मामले में एजेंट भी दोषी है।

कोतवाली पुलिस को दी गई शिकायत में एजेंट सत्तीपारा निवासी शिव प्रकाश नारायण गुप्ता पिता जगरनाथ प्रसाद गुप्ता ने बताया है कि आर के तिवारी, राजन सिन्हा, शशिकांत सिंह द्वारा लगभग 2-3 वर्ष पूर्व आईडोल इंडिया कार्पोरेशन लिमिटेड यूनिवर्सल माइक्रो क्रेडिट कंपनी में मेरा पैसा जमा करवाया गया था, एवं कमिशन देने के नाम पर मेरे नाम से रजिस्ट्रेशन कराकर अन्य लोगों से पैसा जमा कराने की बात कहीं थी। रजिस्टे्रशन होने के बाद मेरे द्वारा कई लोगों का पैसा जमा कराया गया। एक वर्ष बाद कंपनी से जुड़े एआर खगी, राजेश शर्मा मेरे घर पहुंचे और कहा कि तुम्हारे द्वारा ज्यादा रकम जमा कराई जा रही है। अपने किसी रिश्तेदार के नाम से दूसरा रजिस्ट्रेशन कराओगे तो कमिशन और बढ़ जायेगा। यह जानकर शिव प्रकाश के द्वारा परिवार के सरिता गुप्ता के नाम पर रजिस्टेशन कराकर लोगों से आरडी, एफडी, एमआईएस के माध्यम से पैसा जमा कराया गया। समय पूर्ण होने पर अब कंपनी से जुडे इन लोगो के द्वारा रूपये नहीं लौटाया जा रहा है। कभी फंड नहीं है तो कभी जांच चल रही है का हवाला दिया जा रहा है। कंपनी सील होने के बाद भी कंपनी से जुड़े इन लोगों के द्वारा मिटिंग कराकर यह धमकी दी गई थी कि लोगों से खाता का रेनुवल जमा लेना या नया खाता खोलना बंद कर दोगे तो पिछला जमा भी डूब जायेगा। समय पूर्ण होने पर अब निवेशकों द्वारा अपने पैसों के लिए एजेंट को तंग किया जा रहा है। उक्त एजेंट ने यह भी बताया कि पूर्व में इन लोगों ने 2009-10 में विग्स इंटरनेशनल चिटफंड कंपनी में लोगों के रूपये जमा कराकर धोखाधड़ी कर चुके है। पुलिस ने शिकायत पर जांच की कार्यवाही शुरू कर दी है।