कैसे खाली होगी घरो की डस्टबिन..SLRM कर्मी हड़ताल पर…

अम्बिकापुर

अम्बिकापुर में विभिन्न वार्डो में संचालित तरल अपशिष्ठ प्रबंधन केंद्र( SLRM)  के लिए अम्बिकापुर के स्व सहायता समूह की महिलाए शहर में घूम घूम कर हर घर से कचरा इकट्ठा करती है और एस एल आर एम् केंद्र में कचरा के उच्च स्तरीय प्रबंधन के लिए जमा करती है ।  इस  कार्य मे कार्यरत महिला कर्मियो को 5500 रुपये का वेतन देने की बात कही गई थी , लेकिन महिलाओ को निगम प्रबंधन द्वारा मजह 4000 प्रति महीने का वेतन दिया जा रहा है, और यही कारण आज इन महिलाओं ने काम बंद कर हड़ताल शुरू कर दी है।

दरअसल सरगुजा कलेक्टर के द्वारा शुरू की गई इस योजना के तहत महिला स्वं सहायता समूह की मेहनत के जरिए शहर में कचरा प्रबंधन का काम किया जा रहा है, जिसमे ये महिलाए घर घर जा कर कचरा इकट्ठा करती है, और प्रति घर या दूकान से हर माह निर्धारित शुल्क वसूल कर कार्यालय में जमा करती है,इस कार्य में लगी महिलाओं को 5500 रूपए प्रति माह वेतन मिलना था लेकिन अब 4000 प्रति माह की दर बता कर महज 3000 रुपये तक ही इन महिलाओं को मिल रहा है, लिहाजा महिलाओं ने काम बंद कर हड़ताल शुरू कर दी है,जिसका खामियाजा शहर वासियों को भुगतना पड रहा है, इस आंदोलन के परिणाम स्वरुप आज शहर में गंदगी का आलम देखा गया, शहर के घरो में डस्टबीन में एकत्र कचरा लोगो के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है ।

गौरतलब है की महिला स्वं सहायता समूह के महिलाओं की इस समस्या पर एस एल आर एम के संचालिका ड्रेस कोड व लेट लतीफी के कारण वेतन काटने का हवाला दे रही है, लिहाजा ये गरीब महिलाए जो गाव से शहर में आ कर पेट चलाने के लिए महीने भर काम करती है और वेतन के इंतज़ार में रहती है, विभाग की इस अनियमितता से अब ये दिक्कतों का सामना कर रही है ।

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