कागजो में हो रहा कौशल विकास प्रशिक्षण..मुख्यमंत्री के नाम की योजना को भी बनाया मजाक

 

कोरिया 

खडगंवा मुख्यालय के पशु विभाग मे मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत शिक्षित बेरोजगार युवाआंे को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण देकर उनके लिए आय का स्त्रोत बनाने की मंशा से योजना का संचालन प्रदेश स्तर पर किया जा रहा है लेकिन खडगवा मे मुख्यमंत्री कौशल विकास की यह योजना और प्रशिक्षण मात्र दिखावा सबित हो रही है। प्रशिक्षण के नाम पर शिक्षित बेरोजगार युवा कार्यालय तो आते है लेकिन व्याप्त अव्यवस्था के कारण मात्र हस्ताक्षर कर चले जाते है। जबकि बेरोजगारों को यह  प्रशिक्षण तीन माह तक दिया जाना है। मगर खडगवा ब्लाक के पशु विभाग मे यह  प्रशिक्षण सिर्फ कागजांे पर ही दिया जा रहा है। क्योंकि जिन्हे प्रशिक्षण देना है वे प्रशिक्षण प्रभारी पशु चिकित्सा अधिकारी,सहायक पशु चिकित्सा अधिकारी मुख्यालय से लगभग आठ नौ दिन से नदारद  है।  ऐसे मे युवाओ को प्रशिक्षण कौन दे रहा है इससे सहज ही अंदाजा लगया जा सकता है कि इस प्रशिक्षण शिविर मे कौन और क्या लाभ पा रहा है। जबकि यहां पर प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले  महिला,पुरूष 30से 35 किलोमीटर दूर से पहुंच रहे है लेकिन प्रशिक्षण के अभाव मे मायूस होकर लौट रहे है। यहां मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत दो बैच मे प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिसमे पहले बैच मे 8 महिलाए और 7 युवा जबकि दूसरे बैच मे 9 महिलाए एवं 21 युवाओं को मिलाकर कुल 45 लोगों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।  यह योजना शासन की महत्वाकाक्षी येजनायो मे से एक है। मुर्गीपालन हेतु प्रशिक्षण वर्प 2016-17 के तहत किया गया जिससे कि महिला व युवाओ को स्वावलंबी बनाया जा सके।  यू ंतो प्रदेश सरकार नेे शिक्षित बेरोजगार महिलाओ व युवाओ को अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध कराने के लिए कई प्रकार की योजनाओ संचालन किया है। मगर जमीनी अमले के कारण योजनाएं लापरवाही और भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही है जिनकी जांच किए जाने की आवश्यकता है। हालांकि एसडीएम चिरमिरी ने 1 मार्च को प्रशिक्षण स्थल का निरिक्षण किए जाने के दौरान कोई भी नही मिला। जिस पर एसडीएम द्वारा जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने की बात कही गई है।