एटीएम कार्ड बदलकर डेढ़ लाख रुपए पार…इस बार शिक्षक बना शिकार

बतौली क्षेत्र में एटीएम धोखाधड़ी के दर्जनों मामले दर्ज

अम्बिकापुर(निलय त्रिपाठी) बतौली क्षेत्र के कपाटबहरी प्राथमिक स्कूल के प्रधान पाठक के साथ धोखेधड़ी से एटीएम कार्ड बदलकर डेढ़ लाख रुपए निकासी का मामला प्रकाश में आया है ।मामले में पच्चीस दिन बीतने के बाद भी अभी तक कार्यवाही नहीं हुई है ।आज तक बतौली में एटीएम धोखाधड़ी के दर्जनों मामले सामने आ चुके हैं लेकिन इस मामले में आम जनों के साथ ठगी का दौर जारी है।बैंक प्रबंधन सुरक्षा अपनाने संवेदनशील नजर नहीं आते रात में बतौली स्थित SBI के दोनों ही ATM में गार्ड की तैनाती नहीं की गई है यही वजह है कि इस तरह के मामले आए दिन सामने आ रहे हैं।

नवंबर माह के एक तारीख को कपाटबहरी प्राथमिक स्कूल के प्रधान पाठक मनमोहन राम निवासी सुआरपारा , भारतीय स्टेट बैंक शाखा बतौली के सामने स्थित एटीएम से किसी जरूरी काम के लिए राशि निकालने के लिए गए थे ।इसी दौरान उन्हें किसी व्यक्ति ने राशि निकालने में मदद की थी ।राशि निकाल कर मनमोहन राम वापस आ गए थे। लेकिन एक हफ्ते बाद उन्हें दोबारा राशि की जरूरत पड़ने पर ज्ञात हुआ कि उनके खाते से डेढ़ लाख रुपये पार् किए जा चुके हैं ।उन्होंने सात नवंबर को उक्त मामले की रिपोर्ट बतौली थाने में दर्ज कराई थी ।इसी संबंध में मनमोहन राम ने बतौली बैंक में भी अज्ञात व्यक्ति द्वारा आहरित किए गए राशि के संबंध में जानकारी हेतु आवेदन किया था ताकि यह पता चल सके की अज्ञात आरोपी ने डेढ़ लाख रुपए किन-किन व्यक्तियों को स्थानांतरित किये है।उक्त मामले में अभी तक कार्रवाई नहीं होने की बात कही जा रही है ।प्रार्थी मनमोहन राम ने शीघ्र कार्रवाई करने की बात कही है। उन्होंने बताया कि उनके खाते में डेढ़ लाख रुपए थे ।एक नवंबर से लेकर छह नवंबर तक पत्थलगांव ,शक्ति, बतौली ,खरल जींद आदि जगहों के एटीएम से राशि की निकासी की गई है और इसी दौरान कई लोगों को राशि ट्रांसफर भी की गई है।

बतौली में अब तक दर्जनों मामले

बतौली क्षेत्र में कार्ड बदलकर धोखाधड़ी के कई मामले में आ चुके हैं ।पिछले कुछ महीनों पहले दो सगे भाई इस मामले में गिरफ्तार किए जा चुके हैं ,लेकिन बावजूद इसके अभी तक धोखाधड़ी का मामला थम नहीं रहा है ।उधर बगीचा चौक स्थित एटीएम में आज तक सुरक्षा गार्ड की नियुक्ति नहीं की गई है इसी वजह से ATM बूथ पर एक साथ कई लोग पैसे निकालने अंदर चले जाते हैं।मुख्य शाखा के एटीएम का भी यही हाल है। हमेशा केबिन में लोगों की भीड़ नजर आती है और इसी दरमियान धोखाधड़ी का मामला सामने आ जाता है।