आखिर अमरजीत भगत ने कह ही दिया … कि आज-कल और हमेशा करता रहूंगा जोगी का सम्मान ।

अम्बिकापुर

2018 मे होने वाले विधानसभा के पहले मची रानजैतिक खलबली अविभाजित सरगुजा की तीन समान्य सीट तक ही सीमित नही है, बल्कि पिछले दिनो सीतापुर के बिशुनपुर मे पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की सभा ने इस विधानसभा मे भी खलबली मचा दी है । ये खलबली सिर्फ खलबली तक ही सीमित नही है । जोगी की सभा से उनके शिष्य और सीतापुर विधायक की नींद भी खुल गई है। ऐसा हम नही बल्कि खुद विधायक अमरजीत भगत कहते है। अमरजीत भगत के जोगी प्रेम की चर्चा किसी से छुपी नही है। उनके इस प्रेम को कांग्रेस के साथ साथ अन्य दलो के लोग भी भली भांति जानते है। लेकिन बीते 31 दिसंबर को बिशुनपुर मे आयोजित जोगी की सभा के ठीक आठ दिन बाद 8 जनवरी को अमरजीत भगत ने सडक निर्माण के बहाने बतौली मे चक्का जाम किया। तो राजनैतिक मायनो मे इसे जोगी के खिलाफ भगत के शक्ति प्रदर्शन के रुप मे देखा जाने लगा है, क्योकि 31 दिसंबर की सभा मे जोगी ने अमरजीत भगत को धोखेबाज कह कर ये बात कही कि अगर उनकी पार्टी के लिए यहां से कोई योग्य उम्मीदवार नही मिला तो वो खुद सीतापुर विधानसभा से चुनाव लडेंगे। बहरहाल मसला कुछ भी हो लेकिन इलेक्ट्रानिक मीडिया को दिए अपने बयान मे सीतापुर से कांग्रेस विधायक भगत ने जोगी प्रेम को दबी जुबान ही सही पर जाहिर कर ही दिया है। गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के नए पार्टी बनाने के बाद से कांग्रेसी नेता ये कयास लगा रहे थे कि हो ना हो विधायक अमरजीत भगत भी उनकी पार्टी की तरफ जरुर रुख करेगें। लेकिन 31 दिसंबर को गुरु अजीत जोगी के बाद 8 जनवरी को विधायक चेला अमरजीत भगत ने इस कयास पर कुछ हद तक विराम लगाने का प्रयास किया, लेकिन सिर्फ इस बात को छोड कर कि गुरु द्वारा खिलाफत करने के बाद भी चेले ने अब तक बगावत नही की है।

पत्रकारो से चर्चा करते हुए कुछ इस तरह उमडा जोगी प्रेम …….  

सवाल – आप जिन्हे गुरु कहते है उन्होने आप को चुनौती दी है कि वो सीतापुर से चुनाव लडेगें ?

जवाब- गुरु तो गुरु होते है गुरुओ के बारे मे कुछ टिपप्णी करना गलत होगा, उनकी हर बात और कदम को प्रसाद के रुप मे ग्रहण करता हूं..

सवाल – वो पार्टी मे नही है फिर भी आप उनके खिलाफ नही बोल पा रहे है ?

जवाब- यह तो व्यक्ति का व्यकित्तव होता है हम तब भी सम्मान करते थे आज भी सम्मान करते है और जब कांग्रेस मे फिर मुड कर आएगें तब भी सम्मान करेंगे ।

सवाल- वो सीतापुर विधानसभा से चुनाव लडेगें तो क्या आप चुनाव लडेगे ?

जवाब – ये बात सही है कि राजनीति मे लाने वाले वही है, मुझे आशिर्वाद भी दिया औऱ मौका भी दिया,  इस बात से कभी इंकार नही करता हूं। लेकिन हम पार्टी से अलग नही हुए है जब तक वो पार्टी मे थे हमारे नेता थे ,आज दल से बाहर चले गए है तो उनकी पार्टी की प्रतिद्ददिंता अलग है उनकी प्राथमिकता अलग है, हमारी पार्टी की प्रथामिकता और प्रतिद्दंदिता अलग है, वो भी भी रमन सिंह और मोदी के खिलाफ लड रहे है वो भी रमन सिंह को पद से अलग करने के लिए लड रहे है और हम भी इसी लिए लड रहे है। तो कही ना कही दोनो चाहते है कि रमन सिंह और मोदी को पद से हटाया जाए तो उस संघर्ष मे कही ना कही हम साथ है,,

सवाल – आने वाले समय मे विलय हो सकता है

जवाब- मै ये कह रहा हू कि कौन कहां रहेगा ये तो समय बताएगा लेकिन हम जंहा है वही है और वही रहेंगे।

सवाल- जोगी की सभा के बाद आप के चक्का जाम को शक्ति प्रदर्शन के रुप मे देखा जा रहा है..?

जवाब- गुरुदेव की कृपा चेले के उपर सबसे अधिक रहती है, वो सबसे पहले आशिर्वाद देने यही (सीतापुर) आए , इसी को हम प्रसाद समझते है, हम तो अराम से बैठे हमको जगाकर कृपा की, हम आराम से बैठे थे क्योकि हमको कोई चुनौती नही दिख रही थी।

 सवाल- कार्यक्रम मे नेता प्रतिपक्ष टी.एस.सिंहदेव नही आए

जवाब- हमने उनको बुलाया था , लेकिन वो अपने निर्वाचन क्षेत्र के कार्यक्रमो मे व्यस्त थे , इसलिए वो इस कार्यक्रम मे नही आ सके।