ओडीएफ का जिन्न ऊतरा सड़को पर..जिम्मेदारों की जिम्मेदारी ऐसी की..ग्रामीणों ने खुद सम्हाला मोर्चा..और कर दिया चक्काजाम..

बलरामपुर…(कृष्णमोहन कुमार)…प्रधानमंत्री के ओडीएफ का स्कीम लगभग फ्लॉप ही रही थी..मगर आज उस फर्जी ओडीएफ का जिन्न फिर से सड़कों पर आ ऊतरा और लगभग 2 घण्टो तक सड़क जाम रही..फिर वही हुआ जो हमेशा से होते आया है..आश्वसन और केवल आश्वासन!..

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दरअसल जिले के वाड्रफनगर विकासखण्ड के ग्राम बसन्तपुर में शौचालय की राशि हड़पने का आरोप लगाकर ग्रामीणों ने तत्कालीन जनपद पंचायत सीईओ और मनरेगा के पीओ व सरपंच, सचिव के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया..और अम्बिकापुर -बनारस मार्ग पर बसन्तपुर में चक्काजाम कर दिया..यह पहला मौका नही था..जब ग्रामीण देश मे स्वच्छता का संदेश देने के लिए बनाई गई शौचालयों की राशि मे गबन का आरोप लगाया हो और चक्काजाम किया हो..इससे पहले भी ग्रामीणों ने इस मसले को लेकर चक्काजाम किया था..और उन्हें महज आश्वसन ही मिला..
वही आज भी ग्रामीणों को एसडीएम अजय किशोर लकड़ा ने मौके पर पहुंच कर आश्वासन दिया और चक्काजाम समाप्त हो गया..

बता दे कि ग्राम बसन्तपुर में 688 शौचालय हितग्राहियों के घरों में बनने थे..लेकिन 288 शौचालय ही पूर्ण हुए..तत्कालीन जनपद पंचायत सीईओ और मनरेगा के पीओ व सरपंच ,सचिव ने सभी शौचालयों को कागज में पूर्ण बताकर गांव को ओडीएफ(खुले में शौच से मुक्त) घोषित भी कर दिया..अब मुद्दे की बात यह है की सभी शौचालय कागजो पर बन गए..तो उन शौचालयों का पैसा लगभग 22 लाख 61 हजार कहा गए?..और जो शौचालय अधर में अधूरे है उन्हें कौन बनवायेगा?..मगर जिम्मेदारों की जिम्मेदारी तो यह है की जो समझ से परे है.. केवल जांच और आश्वासन पर ही यह मसला अबतक अटका पड़ा है..