भोजपुर तथा भीमबेटका.. महान सम्राट राजा भोज ने की थी स्थापना

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भोजपुर तथा भीमबेटका भोजपुर : जनश्रुतियों और किंबदन्तियों के रूप में अमरता प्राप्त धार के महान सम्राट राजा भोज ने इसकी स्थापना की थी। यहां का...

विदिशा.. सम्राट बनने के पूर्व अशोक यहां के रह चुके है...

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  विदिशा, उदयगिरी गुफाएं, ग्यारसपुर तथा उदयपुर भोजपुर : विदिशा, बेसनगर तथा भेलसा के नाम से प्रसिद्ध यह क्षेत्र प्राचीन इतिहास की समृद्ध धरोहर के रूप में...

दिल्ली का पुराना किला..

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यह किला प्रगति मैदान से ज्‍यादा दूर नहीं है यह किला काफी निर्जन स्‍थान पर चारों तरफ बहुधा हरियाली है। दिल्‍ली इन्‍द्रप्रस्‍थ के कई...

ओंकारेश्वर….. ऊँ की पवित्र आकृति स्वरूप..द्वादश जयोतिर्लिंगों में से एक

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  ओंकारेश्वर तथा महेश्वर ओंकारेश्वर:-ऊँ की पवित्र आकृति स्वरूप यह द्वीप सदृश मनोरम स्थल अनंतकाल से तीर्थ के रूप में मान्य है। यहां नर्मदा-कावेरी के संगम पर...

पुरातात्विक एवं सांस्कृतिक गरिमा का प्रतीक… रामगढ़ प्राचीनतम नाट्यशाला और मेघदूतम...

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अम्बिकापुर। यूॅ तो छत्तीसगढ़ में ऐतिहासिक, पुरातात्विक एवं सांस्कृतिक महत्व के अनेक स्थल हैं। सृष्टि निर्माता ने छत्तीसगढ़ को अनुपम प्राकृतिक सौंदर्य से नवाजा...

राजिम कुंभ और अपने कलात्मक मन्दिरों के लिए प्रसिद्ध है।

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राजिम छत्तीसगढ़ के रायपुर ज़िले में महानदी के तट पर स्थित है। यह अपने शानदार मन्दिरों के लिए प्रसिद्ध है। राजिम का प्रमुख मन्दिर 'राजीवलोचन' है जो भगवान विष्णु को समर्पित है...

बहाई मंदिर जिसे लोटस टैंपल भी कहा जाता है……..

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नेहरु प्लेस की पूर्व दिशा में स्थित कमल के फूल के आकार का यह मंदिर पूरे विश्व में बने सात बड़े मंदिरों में अंतिम...

दिल्ली का लाल किला..

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इस विशाल लाल किला की लाल बालुई पत्‍थर की दीवारें जमीन से 33 मीटर ऊंची हैं जो मुगल शासकों की राजसी शक्ति और प्रताप...

लखनऊ मे सैर सपाटा के अनेको स्थान है..

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Rumi Darwaza रूमी दरवाजा 60 फीट ऊंची रूमी गेट 1786 में नवाब Asafl -US- दौला के तहत निर्माण किया गया था . यह कांस्टेंटिनोपल में एक...

सांची का स्तूप..

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  साँची भोपाल से 45 कि.मी. की दूरी पर स्थित है साँची। साँची को पूर्व में 'काकणाय', 'काकणादबोट', 'बोट-श्री पर्वत' नामों से जाना जाता था। यहाँ स्थित...