“talktoak”में केजरीवाल से किया सवाल – कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा..?

नई दिल्ली

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज सुबह 11 बजे ‘‘टॉक टु एके’’ कार्यक्रम के तहत देश भर के लोगों से बात की। इस दौरान उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियों को लोगों के सामने रखा है। इस कार्यक्रम में उनसे फोन, एसएमएस और सोशल मीडिया के जरिए सवाल किए गए। इस दौरान उनसे विज्ञापन में खर्च के बारे में भी पूछा गया जिस पर उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने 527 करोड़ नहीं सिर्फ 57 करोड़ खर्च किए हैं। विज्ञापन के बारे में झूठ फैलाया गया है।

केजरीवाल से लोगो के सवाल 

किसी में पूछा की आप विज्ञापन में इतने पैसे क्यों खर्च रहे है,, तो किसी ने पूछा की अप लोगो को बेवक़ूफ़ बनाना कब बंद करेंगे.? इतना ही नहीं लोगो ने फिल्म के रिव्यु के बारे में भी कजरी वाल से सवाल किये, हद तो तब हो गई जब रूपेश नादेव नाम के एक सख्स ने पूछा की कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा…?

दिल्ली सरकार के प्रवक्ता नागेंद्र शर्मा का कहना है कि यह एक नई शुरुआत है और सरकार इसे एक बहुत बड़े मौके और चुनौती के रूप में देख रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज सुबह 11 बजे ‘‘टॉक टु एके’’ कार्यक्रम के तहत देश भर के लोगों से बात की। इस कार्यक्रम में उनसे फोन, एसएमएस और…सवालों और लोगों की संख्या को देखते हुए यह कार्यक्रम तीन से चार घंटों तक चल सकता है। लोग इस फोन नंबर 011-23392999 के जरिए भी केजरीवाल से अपने सवाल पूछे सकते हैं। साथ ही इस नंबर 8130344141 पर एसएमएस किया जा सकता है। कैंपेन के लिए बनी वेबसाइट talktoak.com पर भी सवाल पूछे जा सकेंगे और इस प्रोग्राम को इस वेबसाइट के जरिए लाइव भी देखा जा सकेगा।

दिल्ली सरकार के प्रवक्ता का कहना है कि रविवार को इस कार्यक्रम की शुरुआत हो रही है और उसके बाद इसका विश्लेषण किया जाएगा। भविष्य में इस कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर फैसला किया जाएगा। आम लोगों से सीधी बात करने के लिए सीएम अरविंद केजरीवाल का स्पेशल कैंपेन ‘टॉक टु एके’ 17 जुलाई को दिल्ली सचिवालय से लॉन्च होगा। संगीत निर्देशक और गायक विशाल डडलानी इस कार्यक्रम का संचालन करेंगे। वह पब्लिक के सवालों को सीएम तक पहुंचाएंगे और उसके बाद केजरीवाल सवालों का जवाब देंगे।

यह पूछे जाने पर कि क्या यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम ‘‘मन की बात’’ की तरह का होगा आप पार्टी का कहना है कि यह एकतरफा संवाद नहीं होगा बल्कि इसमें बातचीत होगी क्योंकि इसका मकसद एक दूसरे के अनुभवों को जानना, सीखना और समझना है ‘‘न कि अपनी निजी राय की चर्चा करना।