मैनपाट मे हाथियो का उत्पात… दंतेल ने ली युवक की जान

  • मैनपाट से लगे कंडराजा गांव में हाथी के हमले से ग्रामीण की मौत
  • सरगुजा-रायगढ़ के तराई क्षेत्र में ढाई माह से हाथियों का डेरा

अम्बिकापुर

सरगुजा-रायगढ़ के तराई जंगली क्षेत्र मैनपाट से लगे कंडराजा गांव में आज तड़के हाथी के हमले से एक ग्रामीण की मौके पर ही मौत हो गई। हाथी ने ग्रामीण को सूड से पटक-पटक कर क्षत विक्षत कर दिया। बताया जा रहा है कि विगत ढ़ाई माह से लगभग दो दर्जन हाथियों का दल ग्राम कंडराजा, उरंगा व बरिमा से लगे तराई इलाके में स्थाई तौर पर डटा हुआ है। इन गांव से महज 500 मीटर की दूरी पर हाथियों के डटे रहने से ग्रामीणों में दहशत बनी हुई है। गर्मी के इन दिनों में जंगल में पर्याप्त चारे की व्यवस्था नहीं होने से हाथी जंगल छोड़कर गांव की ओर रूख कर रहे है। आदिवासी क्षेत्र होने के कारण हडिया व शराब की गंध भी इसका मुख्य कारण बताया जा रहा है।

जानकारी के अनुसार ग्राम कंडराजा में आज तड़के हाथियों का दल पहुंचने से ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई। लोग हल्ला कर उसे भगाने लगे। उसी बीच कंडराजा निवासी रामधनी 35 वर्ष को एक दंतेल हाथी ने अपनी सूड़ में लपेट कर पटक-पटक कर उसके शरीर को क्षत विक्षत कर दिया। जिससे रामधनी की मौके पर ही मौत हो गई। गौरतलब है कि पिछले ढाई माह से ग्राम कंडराजा, उरंगा व बरिमा के तराई इलाकों में हाथियों के स्थाई डेरे व रोज-रोज की दहशत के कारण लगभग दो दर्जन पहाड़ी कोरवा परिवार उरंगा से विस्थापित होकर बरिमा में निवासरत है। चूंकि उरंगा धरमजगढ़ ब्लाक अंतर्गत आता है। इस कारण से पहाड़ी कोरवाओं को शासन से मिलने वाला लाभ पूरी तरह से नहीं मिल पा रहा है।