स्थापना दिवस..शासकीय कालेज..संगठन का झंडा..फिर मारपीट…

अम्बिकापुर

अखिल भारतीय विद्द्यार्थी परिषद् के स्थापना दिवस कार्यक्रम के दौरान एन. एस. यु. आई. के कार्यकर्ताओं ने मारपीट करने का आरोप लगाया है,, दरअसल शासकीय कार्यालय में राजनीतिक दल के बैनर तले आयोजित कार्यक्रम का विरोध करने एन एस यु आई कार्यकर्ता पालीटेक्निक कालेज पहुचे थे जहा पर विद्द्यार्थी परिषद् के लोगो ने इनकी जमकर पिटाई की,,

गौरतलब है की अखिल भारतीय विद्द्यार्थी परिषद् के बैनर तले आयोजित कार्यक्रम में कालेज के प्राचार्य और संभागायुक्त भी मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद थे,,और जब विपक्षी दल ने उक्त कार्यक्रम का विरोध किया तो वहा झगडा शुरू हो गया,,एन एस यु आई ने गांधीनगर थाने में शिकायत की है की जब इस कार्यक्रम का विरोध किया गया तो मौजूद एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने इनकी जमकर पिटाई कर दी,  एन एस यु आई ने आरोप लगाया है की शासकीय भवन किसी राजनीतिक दल के कार्यक्रम को दिया जाना, और प्राचार्य और संभागायुक्त सहित छात्रो को भी कार्यक्रम का हिस्सा बनने पर मजबूर करना, और शासकीय भवन में अखिल भारतीय विद्द्यार्थी परिषद् का ध्वाजा रोहण करना नियम विरुद्ध है,,

वही इस मामले में विद्द्यार्थी परिषद् के कार्यकर्ता बताते है की हमारे कार्यक्रम में एन एस यु आई ने दखल दिया और कार्यक्रम को बिगाडने की कोशिस की जिसके बाद एन एस यु आई को उसकी औकात बताने की बात एबीवीपी के कार्यकर्ता खुद बता रहे है,, बहरहाल इस पूरे मामले में शियासी दबंगई देखने को मिल रही है,,

एन एस यु आई की शिकायत पर गांधीनगर पुलिस ने सिकायत तो ले ली है लेकिन अब तक मामला दर्ज नहीं किया गया गया है जिस कारण थाना प्रभारी ने कुछ भी कहने से मना कर दिया,,गौरतलब है की शासकीय कार्यालय में किसी राजनीतिक दल का झंडा फहराना और उस कार्यक्रम में कालेज के प्राचार्य व संभागायुक्त का सरीक होना प्रशासन पर सवालिया निसान जरूर लगाता है,,

 

nsuiवही इस मामले में एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष हिमांशु जायसवाल ने बयान जारी कर बताया है कि अभविप के स्थापना दिवस में संभाग के वरिष्ठ अधिकारी का शामिल होना निंदनीय है एक और राज्य सरकार ने  विश्वविद्यालय के कुलपतियों के साथ आरएसएस का बैठक करना ये राज्य सरकार के दोहरी मानसिकता और दबाव बनाके किसी एक संग़ठन का नारा लगवाना और अपने संगठन का बनना ये छात्रों और उनके परिजनों की स्वंतन्त्रता के साथ खिलवाड़ और हनन करने जैसा है राज्य सरकार कितना छात्रों के हीत में सोचती है ये आज उनके वरिष्ठ  अधिकारियों से पता चलता है अगर ऐसे निंदनीय घटना अगर होती रहती है तो एनएसयूआई सरगुजा अब राज्य सरकार की पूरी ताकत पुलिस ,फ़ौज से लड़ने के लिए तैयार है।।

 

 

 

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