70 दिनों में 254 लोग हुये आवारा कुत्तों के शिकार

  • बधियाकरण की योजना ठंडे बस्ते में

अम्बिकापुर ( दीपक सराठे)

शहर में आवारा कुत्तों का आतंक हद से ज्यादा बढ़ चुका है। नगर का मुख्य मार्ग हो या गली-मोहल्ले, सभी जगह आवारा कुत्तों का झुण्ड दिखाई दे रहा है। कब किसे ये आवारा कुत्ते नोंच लें, यह कहा नहीं जा सकता। नगर में आवारा कुत्तों के आतंक से पीडित लोगों का आंकड़ा भयावह करने वाला है। पिछले 70 दिनों की बात करें तो इन आवारा कुत्तों ने 254 लोगों को अपना शिकार बनाया है। यह आंकड़ा सिर्फ जिला अस्पताल का है। इसके अलावा कुत्ते के काटने से पीडित बाहर कई निजी अस्पतालों में भी अपना उपचार करा रहे हैं। जिस तेजी से इन आवारा कुत्तों की संख्या शहर में बढ़ रही है, उससे राहगीर खासे परेशान हैं। दूसरी ओर नगर निगम के द्वारा आवारा कुत्तों के बधियाकरण किये जाने की योजना पूरी तरह से ठंडे बस्ते में चली गई है।

जिला अस्पताल में हर रोज आवारा कुत्तों के शिकार लोगों की भीड़ देखने को मिल रही है। आंकड़ों की मानें तो मार्च माह में 99, अप्रैल में 119 व मई में अब तक 36 लोग आवारा कुत्तों के काटने से जिला अस्पताल पहुंच चुके हैं। इसके अलावा शहर की सड़कों में आवारा कुत्तों के दौड़ाने से कई घटनायें भी हो चुकी है। कई गली व सड़क तो ऐसी है कि शाम के बाद लोग उस मार्ग से गुजरने से भी डरने लगे हैं। पैदल चलने वालों से लेकर मोटरसायकल सवार लोग भी आवारा कुत्तों के शिकार होने से अपने आप को नहीं बचा पा रहे हैं। सुबह-सुबह सैर के लिये निकलने वाले लोगों के पीछे भी इन आवारा कुत्तों का झुण्ड पड़ जाता है। शहर में बढ़ती आवारा कुत्तों की संख्या से निजात दिलाने नगर निगम अभी तक पूरी तरह से विफल रहा है। आवारा कुत्तों से निजात पाने निगम में बधियाकरण की योजना जरूर है परंतु वह अभी तक धरातल पर फलीभूत नहीं हो सकी है। सूत्रों के अनुसार नगर निगम के द्वारा आवारा कुत्तों की बधियाकरण के लिये कई बार निविदा निकाली गई, परंतु न जाने क्यों अभी तक इस योजना के प्रारंभ नहीं होने से मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है।

पीड़ा के साथ बढ़ा शुल्क भी
जहां एक ओर कुत्तों के आतंक से शहर के लोग सहमे हुये हैं और लगातार कुत्ते के काटने से पीडि़तों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। उस दर्द को लेकर जिला अस्पताल पहुंचने वालों का दर्द और ज्यादा बढ़ गया है या फिर यह कहें कि बढ़ा दिया गया है। जिला अस्पताल में पहले कुत्ते के काटने पर एन्टी रेबिज इंजेक्शन 100 रूपये के दर से मिलता था, परंतु अब जीवन दीप समिति ने उसका शुल्क बढ़ाकर ढाई सौ रूपये प्रत्येक इंजेक्शन कर दिये हैं। इससे पीडितों का दर्द और ज्यादा बढ़ गया है।

साउथ की टीम करेगी बधियाकरण-महापौर
शहर में लगातार आवारा कुत्तों की संख्या बढने व निगम द्वारा बधियाकरण को लेकर अब तक योजना को लागू नहीं करने के सवाल पर नगर निगम महापौर डॉ. अजय तिर्की ने कहा कि बधियाकरण किये जाने को लेकर 3 बार निविदा निकाली गई थी परंतु कोई भी सामने नहीं आया। अब साउथ की एक टीम सामने आई है। जल्दी ही बधियाकरण की योजना धरातल पर दिखने लगेगी।