10वीं की छात्रा से गैंगरेप, जांच अधिकारी ASI पर भी छेड़छाड़ का आरोप, सस्पेंड

कोटा: राजस्थान के कोटा जिले में दसवीं की एक छात्रा के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है। वारदात करीब एक सप्ताह पहले हुई थी। इस मामले में हैरान कर देने वाला पहलू यह है कि पीड़िता के साथ बाद में पुलिस महकमे के एक एएसआई पर भी छेड़छाड़ का आरोप लगा है। यह एएसआई इस मामले का जांच अधिकारी है। मामले के तूल पकड़ जाने पर पर आरोपी एएसआई को सस्पेंड कर दिया गया है। मामले की गंभीरता से जांच करने के लिए एडिशनल एसपी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है।

पुलिस के अनुसार मामला कोटा ग्रामीण के रामगंजमंडी थाना इलाके से जुड़ा है। पीड़िता 14 साल की है और वह 10वीं कक्षा में पढ़ती है। पिछले दिनों उसके बैग में किसी ने बिना बताए मोबाइल रख दिया। नाबालिग की सीनियर दोस्त ने उसे घरवालों से पिटाई का डर दिखाया और कोटा जाने की सलाह दी। 14 सितंबर को नाबालिग घर से स्कूल के लिए निकली ओर ट्रेन में बैठकर कोटा पहुंच गई। वहां उसे सीनियर दोस्त के जान पहचान का युवक मिला। वह उसे साथ ले गया। उसने नाबालिग को 14 से 18 सितंबर तक इधर उधर रखा। आरोप है कि इस दौरान उसके साथ गैंगरेप हुआ।

पुलिस के मुताबिक 18 सितंबर की रात को आरोपी ने उसे कोटा में एक पार्क के बाहर छोड़ दिया गया, थोड़ी देर बाद ही रामगंजमंडी थाने के एएसआई ने उसे दस्तयाब कर लिया। पीड़िता के पिता ने बताया कि 14 सितंबर को बेटी घर से निकली थी। उसकी रामगंजमंडी थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाई गई थी। 18 सितंबर को थाने के एएसआई रौनक अली को बालिका मिली। फिर वह वहां से बालिका को लेकर ट्रेन के जरिए रात को रामगंजमंडी लेकर पहुंचा। रात को थाने में रखने के बाद अगले दिन सुबह ASI रौनक अली ने बालिका को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया।

19 सितंबर की रात को एएसआई रौनक अली बालिका को लेकर बाल कल्याण समिति कोटा पहुंचा। चौथे दिन 23 सितंबर को बेटी से काउसलिंग हुई। काउसलिंग के बाद दिन बाद उसे परिजनों के हैंडओवर कर दिया। बताया जा रहा है कि बालिका एएसआई पर भी छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। मामले में ढिलाई बरतने और पीड़िता के आरोपों के बाद एएसआई रौनक अली को सस्पेंड कर दिया गया है।

इस मामले में रविवार शाम को बीजेपी विधायक मदन दिलावर, संदीप शर्मा और चंद्रकांता मेघवाल की अगुवाई में बीजेपी पदाधिकारियों ने आईजी से मुलाकात कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उसके बाद पुलिस फिर हरकत में आई और इसकी जांच के लिए एसआईटी का गठन किया। बहरहाल पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है।