मानव तस्करी से पीडि़त परिवारों से मिले सामाजिक कार्यकर्ता

अम्बिकापुर

सरगुजा जिला के उदयपुर विकासखण्ड के सायर में मानव तस्करी से पिडि़त नाबालिग बालाओं के माता-पिता से मिलने पहुंचे छत्तीसगढ़ शबरी सेवा संस्थान के सचिव एवं सामाजिक कार्यकर्ता । मानव तस्करी की जानकारी मिलने पर ग्राम पंचायत सायर में छत्तीसगढ़ शबरी सेवा संस्थान के सचिव सुरेन्द्र साहू एवं सामाजिक कार्यकर्ता क्रान्ती रावत ने पिडि़त परिवार के घर पहुंचकर जानकारी प्राप्त किया।

पिडि़त के घरवालों ने बताया की चन्दा भगत एवं अनिता पावले नामक महिलाओं ने लोभ एवं लालच देकर दोनो बच्चियों को अच्छे काम दिलाने के नाम पर गांव से ले गये। जिसमें एक लड़की को गुदरी चैक अम्बिकापुर में घर में काम के लिये रखे थे। जिसको पुलिस द्वारा बरामद किया गया तथा दूसरी लड़की जो कि जुगलाल की पुत्री है उसकी उम्र लगभग 14 वर्ष को चन्दा और अनिता द्वारा दिल्ली में ले जाकर किसी के यहाँ रखा गया है। जिसको वापस लाने के लिये उनके माता -पिता ने निवेदन किया और जहां दिल्ली बच्चियों को ले गये थे उनका मोबाईल नम्बर भी प्रदान किया। रिमला के माता ने बताया की दिल्ली का जो नम्बर है उसमें भी बच्ची से बात नही कराया जाता है। दलालों द्वारा बड़े साहब के घर में बच्चा खिलाने के नाम पर बच्चियों को 7000ध्- प्रतिमाह देने की बात कहकर ले जाया गया। उक्त लड़की को 09 मार्च को घर से ले जाया गया, गांव में उसके मां ने रो – रोकर आग्रह किया कि मेरी बच्ची को किसी तरह से वापस ला दीजिए। छत्तीसगढ़ शबरी सेवा संस्थान द्वारा उनके माता पिता को समझाया गया कि किसी भी अंजान महिला या पुरूषों के साथ अपने बच्चे – बच्चियों को बाहर न भेजें। इस समझाइश में सायर के चन्द्रबसु यादव ने भी उन्हे बाहर न भेजने की समझाइश दी। छत्तीसगढ़ शबरी सेवा संस्थान के सचिव सुरेन्द्र साहू एवं सामाजिक कार्यकर्ता क्रान्ती रावत ने प्रशासन से मांग किया है कि उक्त बालिका को दिल्ली से सुरक्षित वापस लाया जाये और उनके माता पिता के सुर्पुद किया जाये। इस संबंध में सुरेन्द्र साहू ने बताया कि ग्रामीणों क्षेत्रों में जागरूकता की कमी के कारण भोले भाले लड़कियों को दलालों द्वारा बाहर ले जाने का काम किया जा रहा है, जिसे प्रशासन के जागरूकता के द्वारा रोका जा सकता है। ग्राम पंचायतों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं मितानिनों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाये कि वे अपने आस पास के क्षेत्रों में नजर रखें और कहीं भी कोई अंजान व्यक्ति गांव में आकर इस प्रकार की घटना अंजाम न दे सके।