जगदीशपुर पंचायत की महिलाओं ने शुरू किया नशाविरोधी अभियान

गांव में रैली निकाल फोड़े शराब के घड़े

अम्बिकापुर

नगर से महज 5 किलोमीटर दूर पर बसे ग्राम पंचायत जगदीशपुर में आज महिलाओं के समूह ने गांव को नशे से मुक्त कराने अभिनव पहल की शुरू कर दी है। इस पहल की शुरूआत महिलाओं ने गांव के एक पुराने पीपल के वृक्ष तले बैठकर शिव चर्चा कर शुरू की। शिव चर्चा के उपरांत पूरी महिलायें हाथ में नशा विरोधी बैनर व तख्ती लेकर गांव में निकली। पूरे गांव में रैली निकालकर न सिर्फ गांव को शराब मुक्त करने के नारे लगाये, बल्कि घरों से शराब के घड़े व शराब की बोतले निकालकर फोड़ डाला। गांव को शराब मुक्त करने महिलाओं ने कमर कस ली है।

गौरतलब है कि जगदीशपुर ग्राम पंचायत मणीपुर पुलिस सहायता केंद्र के अंतर्गत आता है। जगदीशपुर में लगभग 100 घर व 2 हजार से अधिक की आबादी रहती है। गांव में ज्यादातर रजवार समुदाय के लोग रहते हैं। वहां के महिला समूह का कहना है कि गांव में शराब बनने के कारण युवा व अन्य लोग शराब के गिरफ्त में आ चुके हैं। इस कारण घरों में रोज लड़ाई-झगड़े तो होते ही हैं। लोग आर्थिक रूप से भी कमजोर होते जा रहे हैं। जगदीशपुर में विगत 6 साल पहले महिलाओं द्वारा ही शराब बंदी का आंदोलन गांव में किया गया था। उस आंदोलन के बाद लम्बे समय तक गांव में शांति बनी रही, परंतु कुछ समय से कुछ लोग गांव में शराब बनाने के लिये सक्रिय हो चुके हैं। गांव में शराब बनने के कारणshrabbandi कई घर बर्बाद हो चुके हैं। इस समस्या को लेकर आज गांव की अदिति महिला समूह सहित समानता, पार्वती, उदारता, बजरंगी, लक्ष्मी, आशा व महामाया महिला समूह के साथ पूरा गांव एकजुट होकर आज शिव चर्चा के दौरान शराब बंदी का निर्णय लिया। गांव की सारी महिलायें नशा विरोधी तख्ती लेकर पूरे गांव में न सिर्फ रैली निकालकर अपनी आवाज बुलंद की, बल्कि कई घरों से शराब के घड़े व बोतल निकालकर सड़क पर फोड़ डाला। महिलाओं की इस अभिनव पहल को सराहते हुये गांव के बुजुर्ग भी उनके साथ-साथ रैली में हिस्सा लिये। आज रैली के बाद भी महिलाओं द्वारा गांव में शराब बंदी को लेकर सक्रिय रहने की बात कही गई है। रैली में जगदीशपुर क्षेत्र क्रमांक 2 की जिला पंचायत सदस्य श्रीमती सुनीता राजवाड़े भी भागीदारी निभाते हुये गांव के लोगों को स्वच्छता का संदेश दिया। महिलाओं के साथ जहां बुजुर्ग व्यक्ति थे, वहीं गांव के सरपंच सूरज कुमार व उप सरपंच हीरालाल राजवाड़े सहित अन्य लोगों ने भी महिलाओं की सराहना की। गांव को शराब मुक्त कराने व स्वच्छ रखने सभी ने एकजुट होकर काम करने का संकल्प लिया।

तो लगेगा 5 हजार जुर्माना
गांव की महिलाओं ने गांव में शराब की बिक्री व बनाये जाने पर रोक लगाने कड़े कानून सर्व सम्मति से बनाये हैं। महिलाओं ने कहा कि गांव में जो भी शराब बनाते व बिक्री करते पकड़ा जायेगा, उससे 5 हजार रूपये जुर्माना पंचायत वसूल करेगी, वहीं अगर गांव का कोई भी व्यक्ति बाहर कहीं से शराब पीकर गांव में हुड़दंग करता पाया गया तो उसे 5 सौ रूपये जुर्माना देना होगा। गांव में शराब न बने व चोरी-छिपे उनकी बिक्री न हो इसके लिये महिलाओं द्वारा निगरानी समिति भी बनाई गई है।

पहल सराहनीय
गांव में शराब बंदी को लेकर महिलाओं द्वारा एकजुट होने की बात को लेकर क्षेत्र के मणीपुर पुलिस सहायता केंद्र प्रभारी धनंजय पाठक ने कहा कि महिलाओं द्वारा की गई यह पहल अपने-आप में सराहनीय है। शराब की अवैध बिक्री को लेकर पुलिस क्षेत्र में लगातार कार्यवाही करती रही है। जगदीशपुर में महिलाओं के इस आंदोलन में हमारा पूरा सहयोग रहेगा। महिलाओं की शिकायत पर शराब कारोबारियों के ऊपर तत्काल कार्यवाही की जायेगी।

रहेगा पूरा सहयोग- कलेक्टर
महिलाओं की इस पहल को लेकर सरगुजा कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन ने कहा कि गांव में शराब बंदी को लेकर महिलाओं ने जिस प्रकार आंदोलन शुरू किया है उनके इस पहल पर प्रशासन का पूरा सहयोग रहेगा। महिलायें लगातार समूह के माध्यम से कई काम करते आ रही हैं। गांव में शराब बंद हो इसके लिये भी महिलाओं ने कदम बढ़ाया है, जो सराहनीय है।