ट्राफिक प्रभारी कहते है सिग्नल चालू रहता फिर भी हो जाता हादसा…. और महिला की जिंगदी खतरे मे

अम्बिकापुर

शहर के सबसे व्यस्ततम गांधी चौक मे आज शाम तकरीबन 7.15 बजे एक बडे सडक हादसे मे लोगो की सक्रियता औऱ सूझबूझ से एक महिला की जान बच गई। हांलाकि महिला के दोनो पैर बस के टायर की चपेट मे आने से खराब हो गए है। स्थानिय दुकानदार और मौके पर मौजूद लोगो की तत्परता से बस के नीचे दबी महिला को किसी तरह निकाल कर अस्पताल तो भेज दिया गया है। लेकिन महिला की हालत नाजुक बनी हुई है।

जानकारी के मुताबिक तकरीबन 40-45 साल की महिला दर्रीपारा इलाके मे स्थित जीवन ज्योति अस्पताल से काम करके अपने घर वापस जा रही थी कि तभी मनेन्द्रगढ की ओऱ से आ रही बस ने उसे अपनी चपेट मे ले लिया। इस दौरान महिला बस के नीचले हिस्से मे चली गई। महिला के बस के नीचे जाने की घटना वहां मौजूद कई लोग देख रहे थे , लिहाजा लोगो ने बस चालक को जोरदार आवाज देकर बस रोकने के लिए बोला । लेकिन किसी के दबे होने की भनक के कारण , भागने की नीयत से बड ड्रायवर ने बस को आगे बढा दिया… लेकिन स्थानिय लोगो की चिल्लाहट और कुछ लोगो के बस के सामने खडे हो जाने से बस ड्रायवर ने बस को रोक तो दिया  ,, लेकिन बस आगे बढाने की वजह महिला के दोनो पैर बस के टायर की चपेट मे आ गए.. हालाकि महिला के साहस और लोगो की मदद से किसी तरह महिला को बस के नीचे से बाहर निकाला गया , तो महिला के दोनो पैर बुरी तरह खराब हो चुके थे। इस दौरान महिला ने सिर्फ इतना बता पाई कि वो जीवन ज्योति अस्पताल से काम कर लौट रही थी। इधर घटना के बाद ट्रक ड्रायवर बस छोडकर मौके से फरार हो गया है।

ट्राफिक लाईट बनी हादसा का कारण

अम्बिकापुर का गांधी चौक शहर का सबसे व्यस्तम चौराहा है, इस चौराहे मे ही जिले के पुलिस अधीक्षक , उप पुलिस अधिक्षक के साथ ही पास के सिविल लाईन इलाके मे तमाम ओहदेदार अधिकारी रहते है जो रोजाना गांधी चौक की खराब ट्राफिक व्यवस्था से गुजरते है। जानकारी के मुताबिक इस चौराहे पर एक निजी कंपनी द्वारा ट्राफिक सिग्नल लगवाया गया है। जो हमेशा की तरह पिछले एक महीने से खराब पडा है, पर एक तरफ ट्राफिक सिग्नल अपने सुधार कार्य की बाट जोह रहा तो दूसरी ओर उसको सुधरवाने के लिए पुलिस विभाग उसी निजी कंपनी का मुह निहारते बैठा है। इधर स्थानिय लोगो औऱ प्रत्यक्षदर्शियो के मुताबिक भी इस हादसे की वजह बंद ट्राफिक लाईट है क्योकि अगर ट्राफिक सिग्नल चालू रहता तो फिर चौक ना आवाजाही बेतरतीब होती और ना ही ये हादसा होता जिसकी लगातार संभावना बनी रहती है।

ट्राफिक सिग्नल की वजह से नही हुआ है हादसा

इस संबध मे शहर के यातायात प्रभारी भारद्वाज सिंह ने बताया कि गांधी चौक मे हमारे यातायात के जवान ड्यटी कर रहे थे , वो लोग एक ड्रायवर को पकड कर लाए और बताया कि ये दुर्गा बस का चालक है जिसने एक महिला को बस की चपेट मे ले लिया । इधर लापरवाही के बारे मे पूछे जाने पर यातायात प्रभारी ने कहा कि ना ही हमारे विभाग की लापरवाही है और ना ही ट्राफिक सिग्नल के बंद होने से ये हादसा हुआ है। हादसा ड्रायवर की लापरवाही से हुआ है क्योकि सिग्नल चालू रहता तो भी हादसा हो जाता।