आईएमए की बैठक में उत्तराखण्ड के डॉक्टर की हत्या का हुआ विरोध

कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन

अम्बिकापुर

आईएमए अम्बिकापुर की बैठक जोनल चेयरमैन डॉ. आरसी बाबरिया की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में उत्तराखण्ड के डॉ. एसके सिंह की गोली मारकर जघन्य हत्या के विरोध में रोष जाहिर किया गया। वरिष्ठ सर्जन डॉ. एनपी शर्मा ने चिकित्सकों से मरीज की स्थिति की जानकारी स्पष्ट रूप से मरीज के परिजनों को देने की बात कही। डॉ. पीके श्रीवास्तव ने चिकित्सकों से मरीजों के साथ हमेशा धैर्य व मधुर व्यवहार रखने की बात करते हुये बताया कि मरीज के साथ अप्रिय घटना होने पर मरीज के परिजन प्रायरू आपा खो बैठते हैं।

वरिष्ठ हृदय शल्य चिकित्सक डॉ. अनुराधा दुबे द्वारा हृदय से संबंधित जन्मजात विकृति की शल्य क्रिया केस के बारे में जानकारी दी। वर्तमान में हृदय शल्य क्रिया नवजात शिशु में पूर्णतरू सुरक्षित है और निजी हॉस्पीटल में शासन द्वारा विभिन्न योजनाओं के तहत उपचार पूर्णतरू निरूशुल्क है। प्लास्टिक सर्जन डॉ. गुरपाल सिंह छाबड़ा ने जानकारी दी कि प्लास्टिक सर्जरी के द्वारा दुर्घटनावश कटे हुये अंगों का प्रत्यारोपण सफलतापूर्वक किया जा सकता है, परंतु कटे हुये अंगो के जीवित रहने की समय सीमा निर्धारित रहती है।

आईएमए द्वारा उत्तराखण्ड के चिकित्सक की जघन्य हत्या के विरोध में कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को ज्ञापन प्रेषित किया गया। ज्ञापन के माध्यम से इस घटना की तीव्र निंदा की गई और साथ ही चिकित्सक के प्रति सरगुजा में जनसामान्य के द्वारा हो रहे समय-समय पर दुव्र्यवहार के खिलाफ कड़ी कार्यवाही किये जाने की मांग उठाई गई है। आईएमए के सदस्य विधायक डॉ. प्रीतम राम, महापौर डॉ. अजय तिर्की ने कलेक्टर सरगुजा से इस तरह के मामले में सख्ती से निपटने की मांग की। जिस पर कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन द्वारा आश्वस्त किया गया कि चिकित्सक पूर्णतरू भयमुक्त होकर अपना कार्य करें। इस दौरान डॉ. बैयाट्रिस, डॉ. हबीब, डॉ. सुषमा सिंहा, डॉ. जेके सिंह, डॉ. जेके भूटानी, डॉ. एनके जैन, डॉ. अशोक, डॉ. अमित असाटी, डॉ. अभिजीत जैन, डॉ. अनुपम मिंज, डॉ. पीके सिन्हा, डॉ. शैलेंद्र गुप्ता सहित अन्य उपस्थित थे।