आउटशोर्सिंग के विरोध में टीम जोगी का धरना प्रदर्शन

अम्बिकापुर – छत्तीसगढ़ राज्य में लगातार आउटसोर्सिंग से हो रही भर्तियों के विरोध में आज दिनाँक 25 मई को छत्तीसगढ़ छात्र संगठन जोगी के द्वारा प्रदेश स्तर पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया , इसी क्रम में प्रदेश अध्यक्ष टिकेश प्रताप सिंह व संभागीय अध्यक्ष इमाम हसन के निर्देश पर आउट सोर्शिंग के विरोध में 3 घंटे तक धरना प्रदर्शन किया गया, यह प्रदर्शन  सरगुजा जिलाध्यक्ष उपेंद्र पाण्डेय की उपस्थिति में नगर अध्यक्ष अंकित कश्यप के नेतृत्व में छात्र संगठन जोगी के कार्यकर्ताओं ने स्थानीय गांधी चौक पर आउटसोर्सिंग के विरोध में 3 घंटे तक धरना प्रदर्शन किया ।
संभागीय अध्यक्ष इमाम हसन ने कहा कि रमन सरकार लगातार राज्य के युवाओं को छलने का कार्य कर रही है एक ओर उच्च शिक्षा की बात करते है तो वही दूसरी ओर उस शिक्षा के स्तम्भ शिक्षकों की कमियां उनके इस दावे को खोखला करती हुई नजर आती है पिछले 13 सालो में रमन सरकार शिक्षकों की कमी पूरी नही कर पाई है जिसके कारण लगातार राज्य का शिक्षा स्तर सुधरने की बजाए गिरता जा रहा है जिसके कारण ओइटसोर्सिंग जैसे कदम सरकार को उठाने पर रहे है जिसका छात्र संगठन जोगी घोर विरोध करता है ।
सरगुजा जिलाध्यक्ष उपेंद्र पाण्डेय ने धरना को संबोधित करते हुए कहा की राज्य की भाजपा सरकार शिक्षा छेत्र में सुधार लाने में पिछले तेरह वर्षों में असफल साबित हुई है , लगातार छत्तीशगढ़ राज्य में शिक्षा का स्तर गिरते जा रहा है जिसके कारण नियमित शिक्षकों सहित अन्य सभी पदों पर नियुक्तियां नही हो पाई है, अब जब कि 2018 में चुनाव होने वाले है उसके मद्देनजर राज्य सरकार इन पदों को भरने के लिए आउटसोर्सिंग का सहारा ले रही है जो की यहां के युवाओं के साथ बहुत बड़ा धोखा व छलावा है , सरकार के इस कदम से सम्पूर्ण राज्य के युवा नाखुश हैं व सरकार के इस फैसले में असहमति जता रहे हैं , उपेंद्र पाण्डेय ने बताया कि राज्य की भाजपा सरकार युवाओं को सिर्फ शराब बेचने लायक समझती है तभी तो 10 दिनों में ही सम्पूर्ण प्रदेश में शराब बिक्री हेतु भर्ती प्रक्रिया पूर्ण कर ली गयी और युवाओं को शराब बेचने के कार्य मे लगा दिया गया अगर इसी तेजी से सरकार शिक्षकों की भर्तियां पूर्ण कर देती तो आज हमें ये दिन नही देखना पड़ता यह हमारे लिए बहुत शर्म की बात है कि देश के टॉप 100 विश्वविद्यालयों में हमारे राज्य का एक भी विश्वविद्यालय नही है ये रमन सिंह जी के बद्दतर शिक्षा व्यवस्था को दर्शाती है ।
जिला उपाध्यक्ष रश्मि वास्ते ने कहा कि आउटसोर्सिंग के जरिए सरकार छत्तीशगढ़ के युवाओं को निकम्मा घोषित कर रही है , क्या सरकार की नजर में छत्तीशगढ़ के युवा रोजगार के लायक नही है अगर ऐसा है तो ये सरकार की कमी है जी उसने पिछले तेरह वर्षों में युवा पीढ़ी का नाश किया व शिक्षा के छेत्र में कोई अच्छे कार्य या कदम नही उठाये , राज्य की रमन सरकार सिर्फ कमिसन खोरी का काला धंधा चला रही यही।
नगर अध्यक्ष अंकित कश्यप ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा लगातार छात्रों को बहलाने के लिए नई नई घोषणाएं की जाती हैं परंतु वे घोषणाएं सिर्फ घोषणाएं बन कर रह जाती है , विश्वविद्यालय की बिल्डिंग घोषणा होने के कई वर्षों बाद भी तैयार नही हो सकी है , शिक्षकों की कमी लगातार बनी हुई है जिसका प्रभाव हमारे परीक्षा परिणामों पर भी पड़ रहा है ।
धरना को मोहम्मद हेशमुद्दीन ,प्रकाश मिस्त्री ,गुड्डू ,नीरज गुप्ता ने भी संबोधित किया । इस दौरान रमीज़ सिद्धिकी , विजय उपाध्याय प्रिंस खान ,आतिफ खान,प्रकाश मिस्त्री , पंकज जैसवाल , नीरज गुप्ता , सूरज वर्मा , विनीत तिवारी ,किरण तिवारी ,नेहा ,नेयाजुल फिरदोशी , आयुष अग्रवाल , हेमंत , अजीत , राहुल पाण्डेय , आशु दुबे , रिंकू दुबे ,अनीश सिंह राणा , संतोष चौरसिया ,आदित्य , सूरज वर्मा ,सूरज सिंह , अमर सोनकर ,रेयांश प्रताप सिंह ,आशुतोष सोनी , पीयूष सोनी ,रचित मिश्रा , रामनिवास ,निर्मल ,गुलाब ,प्रकाश ,रिंकू दुबे ,सुभाष ,विककी मिस्त्री , अकरम , पिंटू , गुड्डू ,  सहित भारी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे ।