पुलिसकर्मियों के परिजन भी आंदोलन की राह पर..क्या स्थगित हो जाएगा यह आंदोलन?..

रायपुर(कृष्णमोहन कुमार) विधानसभा चुनाव के मुहाने पर खड़ी छत्तीसगढ़ में इन दिनों हड़ताली बयार बह रही है..और इसी कड़ी में अनुशासित विभाग माने जाने वाले पुलिस विभाग के पुलिसकर्मियों के परिवारवालों द्वारा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया गया है..राज्य में एक तरफ सत्तासीन राजनैतिक दल मिशन 65 की तैयारियों में लगा हुआ है.तो वही राज्य के विभिन्न कर्मचारी संगठनों द्वारा अपने मांगो को लेकर प्रदर्शन करने से प्रदेश सरकार की मुश्किलें बढ़ गई है..

पुलिसकर्मियों के परिजनों द्वारा आंदोलन की रणनीति बनाए जाने की जानकारी लगते ही छत्तीसगढ़ के गृहविभाग में हलचल बढ़ गई है.आंदोलन को देखते हुए गृहविभाग ने पुलिस मुख्यालय से जानकारी मांगी है. की पुलिसकर्मियों के परिजनों के आंदोलन में कितने लोग शामिल हो सकते है,साथ ही उन्हें साप्ताहिक अवकाश दिए जाने की योजना को लेकर गृह विभाग ने पुलिस मुख्यालय से जवाब तलब की है..

बता दे की मुख्यामंत्री ड़ॉ. रमन सिंह को ज्ञापन भेजे जाने के बाद से विभागीय अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है, विभागीय अधिकारी पुलिस परिवार द्वारा राजधानी में आंदोलन किए जाने को लेकर खासे चिंतित है, तथा उक्त आंदोलन को रोकने के लिए उच्चस्तर पर प्रयास भी किया जा रहा है..

विदित हो की बर्खास्त पुलिसकर्मी राकेश यादव ने 11 सूत्रीय मांग को लेकर 25 जून से राजधानी रायपुर में धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है..

ये है मांगे.

पुलिस भर्ती नियम और शर्तो में पुलिस कर्मियों वेतन देने और केंद्रीय सरकार के तृतीय वर्ग कर्मचारियों की तरह दिए जाने की मांग की गई है। साथ ही आवास सुविधा, पेट्रोल भत्ता 3000 रुपए तक, किट भत्ता दिया जाए, ड्यूटी के दौरान मृत्यृ होने वाले कर्मचारी को शहीद का दर्जा देते हुए 1 करोड़ रुपए की सहायता राशि और परिवार के 1 सदस्य को अनुकम्पा नियुक्ति दिए जाने के साथ ही साप्ताहिक अवकाश देने की मांग की गई है।

विश्वस्त सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक पुलिसकर्मियों के मांग को देखते हुए विभागीय अधिकारी भी इस संबंध में चर्चा कर सकते है.. एक-दो दिन के भीतर आंदोलन से जुड़े लोगों को चर्चा के लिए बुलवाया जा सकता है। साथ ही 25 को होने वाले आंदोलन को स्थगित करने की जद में विभागीय अधिकारी सक्रिय हो गए हैं…

वही प्रदेश के गृह मंत्री का कहना है की पुलिसकर्मियों के परिवारवालों द्वारा आंदोलन किया जाना गंभीर विषय है। इस संबंध में पुलिस मुख्यालय से जानकारी मंगवाई जा रही है..साथ ही उनके समस्याओं को दूर करने का हर सम्भव प्रयास सरकार करेगी..
रामसेवक पैकरा, गृहमंत्री, छत्तीसगढ़