देखिए साहब!.. देख कर गुस्सा तो आ रहा होगा ..लेकिन क्या करें ये सरकारी शिफ्टिंग है..

बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)..कहने को तो केंद्र सरकार, प्रदेश सरकार ,जिलों को उत्कृष्ट कार्य करने पर जो सम्मान देती है..उसे सहेज कर रखा जाता है..लेकिन सरकारी नुमाइंदों की लापरवाही इतनी की वह सब सम्मान अब कूड़े की ढेर की शोभा बढ़ा रहे है..इतना ही नही उस कचरे की ढेर में कभी जिले में पदस्थ रहे आइएएस अधिकारी का नेम प्लेट भी उसे उस हाल पर छोड़ दिया गया है..वही अब जिम्मेदार अधिकारी अपनी जिम्मेवारियों का निर्वहन करने की बात कह रहे है…

दरसल जिले में इन दिनों सयुंक्त जिला कार्यालय भवन और नवनिर्मित जिला पंचायत भवन में शिफ्टिंग का काम किया जा रहा है.. पर इस शिफ्टिंग के खेल में सरकारी मातहत सरकार द्वारा प्रदत्त प्रशस्ति पत्र को और एक आईएएस के नेम प्लेट को कचरे की ढेर में रखने से भी संकोच नही कर रहे है..लिहाजा आप जो तस्वीर देख रहे है..यह उन्ही मातहतों का कारनामा है.. जिन्होंने मानसम्मान की परिभाषाओं को ही बदलकर रख दिया है..

वैसे ओडीएफ घोषित करने के बाद सरकार जो ग्राम पंचायतों को प्रशस्ति पत्र जारी करती है..जिन्हें सम्मान स्वरूप ग्राम पंचायतों में रखा जाता है..वही प्रशस्ति पत्र आज पुराने जिला पंचायत के कचरे के ढेर में पड़ी हुई है..

देखिए साहब आपको गुस्सा तो आ रहा होगा!..

इसके अलावा जिला पंचायत में कभी सीईओ के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके आईएएस रणबीर शर्मा के स्थानांतरण के बाद कभी उनके चैंबर के टेबल की शोभा बढ़ाने वाला यह नेम प्लेट आज उस स्थिति में है..जिस स्थिति आप देख रहे है….