कर्मचारी लापता,कृत्रिम गर्भाधान उप केंद्र में लटका ताला….

सीतापुर (अनिल उपाध्याय) कृत्रिम गर्भाधान उप केंद्र गुतुरमा में पदस्थ कर्मचारियों के लापता रहने से इस उप केंद्र में अक्सर ताला लटका रहता है जिस वजह से इस क्षेत्र के ग्रामीणों को इस उप केंद्र का लाभ नही मिल पाता है।ग्रामीणों के अनुसार यहाँ लंबे समय से पदस्थ प्रभारी की लापरवाही की वजह इस केंद्र का लाभ जरूरतमंदों को नही मिल पाता है।मंगलवार को इस लापरवाही का आलम तब देखने को मिला जब ग्रामीण अपने काम से उप केंद्र गये हुये थे जहाँ उनका सामना कर्मचारियों के बजाये ताले से हुआ यह देख नाराज ग्रामीणों ने उच्चाधिकारियों से लापरवाह कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई की माँग की है।
             प्राप्त जानकारी अनुसार ग्राम गुतुरमा में स्थित कृत्रिम गर्भाधान उप केंद्र अधिकारी-कर्मचारियों की लापरवाही से अव्यवस्था का शिकार हो गया है।गुतुरमा, लीचिरमा उलकिया बेलगाँव समेत दर्जन भर गाँव इस उप केंद्र के अधीन है जहाँ के लोग अपनी मवेशियों के इलाज या कृत्रिम गर्भाधान हेतु इस पर आश्रित है लेकिन यहाँ पदस्थ अधिकारी कर्मचारियों की लापरवाही की वजह से इस उप केंद्र का पर्याप्त लाभ उन्हें नही मिल पा रहा है जिससे ग्रामीणों में यहाँ की अव्यवस्था को लेकर रोष बना हुआ है किंतु अधिकारियों को क्षेत्र के ग्रामीणों से कोई लेना देना नही  वो अपनी मर्जी के मालिक है।यहाँ लापरवाही का ये आलम है कि सप्ताह में दो-चार दिन उप केंद्र खुल जाये तो पर्याप्त है अक्सर यहाँ ताला ही लटका नजर आता है।इस संबंध में रुपनाथ,सबल साय अनूप कृष्णा समेत अन्य ग्रामीणों ने बताया कि ब्लॉक मुख्यालय से महज 12 कि मी की दूरी पर नेशनल हाईवे के किनारे ये उप केंद्र स्थापित है किंतु यहाँ पदस्थ कर्मचारियों का ये आलम है कि न तो वो कभी यहाँ समय पर आते है न कभी समय पर उप केंद्र खुलता है। कभी कभी तो घँटों इंतजार के बाद उप केंद्र खुलता भी है तो चंद घँटों के बाद बंद भी हो जाता है।इसके अलावा यहाँ शासन से मिलने वाला निःशुल्क दवाईयाँ भी लोगो को नही के बराबर मिलता है उसे भी यहाँ के कर्मचारी अपने साथ ले जाते है और गाँव मे घूम घूम कर इलाज करने के उसका उपयोग कर अपनी जेब भरते है।उच्चाधिकारियों को यहाँ की स्थिति से अवगत कराने के बाद भी यहाँ की व्यवस्था में कोई सुधार नही किया गया जिससे गाँव के लोगो में असंतोष व्याप्त है।
इस संबंध में यहाँ पदस्थ ए व्ही एफ ओ बी आर कुजूर का कहना था कि मेरे घर मे तबियत खराब था इसलिये मैं नही गया।अन्य कर्मचारियों की उपस्थिति के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि अब कोई वहाँ नही गया तो मैं क्या कर सकता हूँ।एक जिम्मेदार अधिकार का यह बयान इस बात की पुष्टि करता है कि गुतुरमा स्थित कृत्रिम गर्भाधान उप केंद्र अव्यवस्था के किस दौर से गुजर रहा है।