पहाडी कोरवा महिला और बच्चे की मौत : प्रसव के दौरान हुई घटना

 अम्बिकापुर

बतौली विकासखण्ड के चिपरकाया पंचायत अंतर्गत आने वाले चुतिपहरी गावं में पहाड़ी कोरवा जच्चा बच्चा की मौत से क्षेत्र मे सनसनी फैल गई है। पहाडी कोरवा महिला की मौत प्रसव के दौरान हुई । इधर इस संवेदनशील घटना की सूचना के बाद प्रशासन ,पुलिस और स्वास्थ विभाग का अमला मौके पर पंहुच गया था। फिलहाल महिला और जन्म से पहले बच्चे की मौत कैसे हुई इस बात की पुष्टी तो नही हो पाई है। लेकिन घटना स्थल पर पंहुचे अधिकारियो ने इसकी जांच कराने की बात जरुर कही है।

राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले पहाडी कोरवा जच्चा बच्चा की मौत वास्तव मे प्रशासनिक संवेदनशीलता के लिहाज से एक गंभीर घटना है। यही वजह थी कि मौत की घटना की सूचना पर ही पूरा प्रशासनिक अमला गांव पंहुच गया। जानकारी के मुताबिक महिला की मौत की जो वजह सामने आ रही है उसमे 108 वाहन के घर तक न पहुँचने  , महिला के बीमार और कमज़ोर होने  और जिला अस्पताल से बिना सूचना घर वापस आने को साथ ही अप्रशिक्षित दाई से प्रसव कराने को महिला की मौत की वजह माना जा रहा है। हालांकि प्रशासनिक जांच में किन वजहो को जच्चा बच्चा की मौत का कारण माना जाएगा। ये कहना फिलहाल जल्दबाजी होगा।

बतौली के चिपरकाया पंचायत मे हुई इस घटना के बाद मौके पर पंहुचे अधिकारियो मे तहसीलदार प्रकाश भरद्वाज,  बतौली विकासखण्ड के सीईओ यू.एस.बांधे, बीएमओ डाँ अखिलेश भारत, बतौली थाना प्रभारी जे.एस.मरावी,  नायब तहसीलदार नरेन्द्र शुक्ला, क्षेत्रीय पटवारी , एएनएम, मितानिन, ग्राम सचिव राजेश्वर शामिल है। इसके अलावा घटना की सूचना पर चिपरकाया पंचायत के ग्रामीण काफी संख्या मे मौजूद थे।