मानव तस्करी में जशपुर पुलिस की सिलसिलेवार बड़ी सफलता

लापता बालक-बालिकाओं की खोज में पुलिस ने हासिल की ऐतिहासिक सफलता..
तीन माह में ढूंढ़ निकाला मानव तस्करी की शिकार 20 नाबालिगों को..
 
जशपुर (तरुण प्रकाश) मानव तस्करी के कारण देश भर में कुख्यात जशपुर जिले में अब सूरत बदलने लगी है। विगत तीन माह में पुलिस ने मानव तस्करी के शिकार हुए नाबालिगो को ढूंढ़ने में ऐतिहासिक सफलता हासिल की है। एसपी प्रशांत सिंह ठाकुर ने जशपुर जिले में पदभार ग्रहण करने के बाद पीड़ित बालक-बालिकाओं की बरामदगी के लिए उनके निर्देशन में चलाई गई विशेष मुहीम के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। विगत तीन माह में 21 बालक-बालिकाएं गुम हुए थे जिसमें से 20 को पुलिस ने बरामद कर लिया है। राज्य गठन के बाद से अबतक दर्ज हुए 1100 प्रकरणों में सिर्फ 25 ऐसे प्रकरण बचे हैं जिसमें गुम हुए नाबालिगों की बरामदगी शेष है।
अप्रैल 2017 से जून 2017 तक में एसपी प्रशांत सिंह ठाकुर 9 टीमें(खोजी दल) पीड़ित बालक-बालिकाओं की बरामदगी के लिए लगातार बाहरी राज्यों में भेजी गई। जशपुर की पुलिस ये टीमें दिल्ली, तमिलनाडु, मुंबई, अंडमान निकोबार, बिहार, झारखंड, ओडिशा, हिमाचल प्रदेश व पश्चिम बंगाल में लगातार दबिश देती रही, इसके अलावा 4 टीम(खोजी दल) को प्रदेश के सरगुजा, बिलासपुर, रायपुर व दुर्ग रेंज में भी भेजा गया था। सभी खोजी दलों ने एसपी के निर्देशन में अभूतपूर्व सफलता हासिल की है। इस बीच एक महीने के लिए 15 मई से 15 जून तक गुमशुदा बच्चों की बरामदी के लिए अभियान तलाश चलाया गया था। इस अभियान में पुलिस ने सफलता हासिल की है।
हिमाचल प्रदेश से लाए गए बंधुआ मजदूर
टीम प्रभारी ओपी ध्रुव के नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश पहुंची टीम ने वहां से 7 बंधुआ मजदूरों को वापस जशपुर लाया। साथ ही इस मामले में आरोपी की भी गिरफ्तारी हुई।
दिल्ली से बरामद हुए नाबालिग
दिल्ली गई टीम का नेतृत्व एसआई विकास शुक्ला ने किया था। एसपी के सतत निर्देशन में इस टीम ने 1 नाबालिग बालिका, 1 आरोपी व झारखंड निवासी 1 नाबालिग को बरामद किया।
मायानगरी मुम्बई से नाबालिग हुई बरामद
एसआई सुनील दास के नेतृत्व में मुंबई गई पुलिस टीम ने यहां से एक नाबालिक पीड़िता को बरामद किया। पीड़ित तक पहुंचने के लिए पुलिस टीम को जियो मोबाईल कंपनी का एजेंट बनना पड़ा था।
सुन्दरगढ़ (ओडिशा) रेलवे स्टेशन में दबिश
मानव तस्करी के शातिर आरोपी को पकड़ने के लिए तपकरा थाना प्रभारी ने ओडिशा के सुंदरगढ़ रेलवे स्टेशन में दबिश दी थी। यहां से पुलिस ने मानव तस्करी के दलाल को गिरफ्तार करते हुए उसके पास से नाबालिग लड़की को बरामद किया था।
तमिलनाड़ से लाई गई 4 नाबालिग
लापता नाबालिग की तलाश में तमिलनाडु पहुंची नारायणपुर पुलिस टीम ने दलालों के चंगुल से 4 नाबालिग लड़कियों को बरामद किया और इस मामले में आरोपियों की भी गिरफ्तारी हुई। इसी तरह खोजीदल ने बिहार के औरंगाबाद नालंदा, रायगढ़ महाराष्ट व सूरजपुर इत्यादि स्थानों से भी पिड़ित बच्चों को बरामद किया है।
अब तक 20 दलाल भेजे गये सलाखों के पीछे
विगत तीन माह के भीतर ही पुलिस ने विभिन्न शहरों से पकड़कर मानव तस्करी के 20 दलालों को सलाखों के पीछे धकेला है। सभी प्रकरणों में आरोपियों के विरूद्ध मानव तस्करी की धाराओं के तहत कार्रवाई की गई है। पुलिस का कहना है कि बाकी दलालों की भी सरगर्मी से तलाश जारी है। जल्द ही वे भी सलाखों के पीछे होंगे।